नई दिल्ली: संजय दत्त की बायोपिक फिल्म 'संजू' इन दिनों बॉक्स ऑफिस पर बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं. फिल्म में जहां रणबीर कपूर ने संजय दत्त का लीड रोल निभाया है वहीं अभिनेता विकी कौशल ने संजय दत्त के सबसे अच्छे दोस्त माने जाने वाले परेश गिलानी (कमली) की भूमिका निभाई है. फिल्म की रिलीज के बाद सभी उनके इस दोस्त के बारे में और ज्यादा जानने चाहते थे. ऐसे में उन्हें लेकर कई तरह की खबरे भी आईं. हाल ही में फिल्म देखने के बाद परेश गिलानी ने ट्विटर पर अपना रिएक्शन सभी के साथ साझा किया है. परेश ने फिल्म देखे के बाद संजय दत्त के लिए एक बेहद भावुक लेटर लिखा है जिसे उन्होंने ट्वीट के जरिए सभी के साथ साझा किया है.
यहा पढ़ें परेश का लेटर हिंदी में-
'संजू' देखने के बाद मैं सुन्न हो गया था. मैं असीम भावनाओं के साथ सिर्फ शांत हो गया था. मैं सिर्फ उन्हें गले लगाकर रोना चाहता था. मैं उन सालों के लिए रोना चाहते था जो हमने खो दिए. हम एक दूसरे के साथ हर परिस्थिति में खड़े रहे और ऐसा वक्त भी साथ में देखा जब हमने अपने बेहद करीबी लोगों को खो दिया जिन्हें हम बेशुमार प्यार करते थे. हमने वो गलतियां की जिन्हें हम सुधार नहीं सकते. हमने एक दूसरे को ऐसी भी हिम्मत दी जो हमें और कोई दूसरा नहीं दे सकता था. सिर्फ हमने ही एक दूसरे का ऐसा साथ निभाया है.
अब हमारी कहानी पूरी दुनिया के सामने है. ये उसकी कहानी है जिसने मुझे अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाया और मुझे सिखाया कि कैसे हर बुरे वक्त में खुद को संभालना चाहिए. मेरे लिए ये बताना बहुत मुश्किल है कि इस समय मैं कितनी सारी अलग-अलग भावनाएं एक साथ महसूस कर रहा हूं. हम में से कितने लोग ये कह सकते हैं कि उन्हें ऐसे दोस्त मिले जो न सिर्फ अच्छे और बुरे वक्त में उनके साथ रहे बल्कि उनके भाई, गुरु और जिंदगी की भूमिकाएं भी निभाई?
'संजू' तुम मेरे लिए ये सब हो और इससे भी कहीं ज्यादा. जिंदगी में कई बार ऐसे पल आए जब मैं अपनी लाइफ से सिर्फ राहत चाहता था. मैं चीजें भूल गया था लेकिन पर्दे पर देखने के बाद मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा.
संजू वो सभी चीजों जो हमारी दोस्ती को परिभाषित करती हैं- गिरने, उभरने, गलती करने और सीखने, खामियां और अपूर्णता को समझने का एक बेहतरीन स्रोत है. ये एक ऐसी कहानी है जो जिंदगी के सभी अलग-अलग रंगो का पीछा करती है. मैं जानता हूं कि मैं ये भावना उनके सभी दोस्तों और परिवार के साथ साझा कर रहा हूं.
हमारी दोस्ती बहुत परिवर्तनशील, मस्त और वाइल्ड रही है. हमारा सफर नास्तिकता और संहेद से घिरा रहा है. हैरानी होगी अगर ये अंत तक ऐसी ही रहे. लेकिन हम एक साथ हैं कभी अलग न होने के लिए और जिंदगी जीने के लिए तैयार हैं.
संजू, शुक्रिया मेरी जिंदगी का हिस्सा बनने के लिए, शुक्रिया मेरे गर्व होने का कारण बनने के लिए जहां से हम एक दूसरे के बीते दिनों को साथ देख सकते हैं. शुक्रिया हमेशा मेरे लिए सुरक्षा कवच बनने के लिए, शुक्रिया इस सफर के लिए और मुझे विपत्ति के खिलाफ लड़ाई लड़ना सिखाने के लिए. बीते समय की खामियां, महिलाओं और विवाद को देखते हुए मैं तुमसे प्यार करता हूं और अब मैं इसे सभी के साथ साझा कर सकता हूं. तुम हमेशा से मेरे सबसे अच्छे दोस्त और भाई थे, हो और रहोगे.
दहाड़ते रहो चीते.