Happy Birthday Sanjay Dutt: बॉलीवुड के हर सितारे की अपनी कहानी है लेकिन संजय दत्त की लाइफ में कई अलग-अलग पार्ट्स रहे. उनकी लाइफ स्टोरी फिल्मी कहानी से कम नहीं है तभी तो उनकी बायोपिक ने सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों की लिस्ट में जगह बनाई. संजय दत्त की लाइफ बचपन से एडवेंचर से भरी रही. कभी गम, कभी डर, कभी अपनों को खोने का दर्द, कभी अकेलापन..लेकिन आज भी संजय दत्त इंडस्ट्री के बेहतरीन अभिनेताओं में एक हैं ये उनकी आत्मविश्वास है.
आज संजय दत्त अपना 65वां बर्थडे मना रहे हैं और इस मौके पर हम आपको उनकी लाइफ से जुड़े कुछ किस्से बताएंगे. संजय दत्त ने अपनी लाइफ का हर पहलू इंटरव्यूज में बताया और उन्होंने ये बात भी एक्सेप्ट की कि फिल्म संजू (2018) में जो कुछ भी दिखाया गया वो सब उनकी लाइफ में हो चुका है.
संजय दत्त का फैमिली बैकग्राउंट
29 जुलाी 1959 को मुंबई में संजय दत्त का जन्म उस दौर के सुपरस्टार्स के घर हुआ था. सुनील दत्त और नरगिस अपने समय के दिग्गज कलाकार रहे हैं जो आज भले इस दुनिया में नहीं लेकिन उनकी फिल्मों के जरिए वो हमेशा जिंदा रहेंगे. संजय दत्त अपने माता-पिता के इकलौते बेटे हैं, वहीं उनकी दो छोटी बहनें नम्रता और प्रिया दत्त भी हैं.
संजय दत्त बहुत ही लाड-प्यार से पाले गए और इसलिए वो कुछ जिद्दी तो कुछ मनमानी करने वाले लड़के हुआ करते थे. संजय दत्त ने खुद ये बात बताई थी कि वो अपने पापा से बहुत डरते थे वहीं मां की हर बात मानते थे उनका रिश्ता मां से बेहद गहरा था.
संजय दत्त का पहली सिगरेट वाला किस्सा
बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में संजय दत्त ने बताया था कि उनके पिता सिगरेट पीते थे और अक्सर एशट्रे में कुछ रह जाता था. उनके मन में उसे पीने की इच्छा रहती लेकिन वो ऐसा नहीं करते थे क्योंकि उन्हें बताया गया था कि ये गलत चीज है. लेकिन एक दिन मौका पाते ही उन्होंने अपने पिता की सिगरेट ली और बाथरूम में पीने चले गए.
संजय दत्त बताते हैं कि अचानक उनके पापा आ गए और फिर वहीं जूतों से मारने लगे थे. उन्होंने ये भी बताया कि सुनील दत्त संजू की हरकतों से इतना परेशान हो गए कि बोर्डिंग भेज दिया. संजय दत्त बताया था कि उनकी मां इसके खिलाफ थीं लेकिन सुनील दत्त के फैसले के आगे मजबूर हुईं.
संजय दत्त का लाइफ को लेकर संघर्ष
फिल्म संजू में दिखाया गया है कि टीनएज से ही उन्होंने हर तरह का नशा करना शुरू कर दिया था. शौक-शौक में उन्होंने कई ऐसे नशे किए जिसे छुड़ाने के लिए उन्हें विदेश में इलाज के लिए भी जाना पड़ा. 1993 में गैर-कानूनी हथियार रखने के इल्जाम में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था. उसी बीच संजय दत्त की पहली पत्नी ऋचा शर्मा भी दुनिया छोड़कर चली गईं. संजय दत्त की लाइफ का बड़ा हिस्सा यूहीं बीता लेकिन अब वो अपने इंटरव्यूज में कहते हैं कि नशा करना, गलत संगत रखना ये सबकुछ इंसान को नीचे ही गिराता है.
संजय दत्त की फिल्में
संजय दत्त की मां चाहती थीं कि उनका बेटा भी बड़ा एक्टर बने लेकन संजय दत्त हमेशा दोस्तों के साथ घूमना और गलत चीजों का सेवन करने जैसा काम करते थे. हालांकि, मां के लिए उन्होंने अपने पिता की फिल्म रॉकी साइन की और उसे किया भी. साल 1981 में ही नरगिस को एक बीमारी हुई और फिल्म रिलीज से पहले वो दुनिया से चली गईं जिसके बाद संजय दत्त फिल्मों को लेकर सीरियस हुए और फिर इसी में उनका करियर बना. आज संजय दत्त हर केस से आजाद हैं. फिल्मों और फैमिली तक उनकी दुनिया सिमट गई है.
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