मुम्बई : मंगलवार को संजय दत्त को लंग्स कैंसर होने की जानकारी सामने आई. जिसके बाद से ही लगातार कहा जा रहा था कि वो इलाज के लिए अमेरिका जा सकते हैं. लेकिन एबीपी न्यूज को मिली जानकारी के अनुसार संजय दत्त के पास यूएस का वीजा नहीं है और ऐसे में इलाज के लिए वहां जाना उनके लिए मुश्किल है. हालांकि जानकारी ये भी मिली है कि वो इलाज को लेकर वीजा हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं.
इस बीच एबीपी न्यूज़ को इस बात की भी जानकारी हाथ लगी है कि संजय दत्त इलाज के लिए अमेरिका के मेमोरियल स्लोआन केटरिंग कैंसर अस्पताल में इलाज के लिए जा सकते हैं, मगर पेंच ये हैं कि संजय दत्त के पास अमेरिका का वीजा नहीं है और वे मुम्बई ब्लास्ट में दोषियों और सजायाफ्ता मुजरिमों शामिल हैं.
ऐसे में कोशिश की जा रही है मेडिकल ग्राउंड पर संजय दत्त को अमेरिका का वीजा मिल जाए. लेकिन अमेरिका के कड़े कानूनों को देखते हुए अगर उन्हें अमेरिका में इलाज कराने की अनुमति नहीं मिली तो वो इलाज के लिए सिंगापुर भी जा सकते हैं, जो उनके लिए एक दूसरा विकल्प होगा. हालांकि इसे लेकर परिवार ने कोई पुष्टि नहीं की है, लेकिन विकल्प के तौर पर सिंगापुर में इलाज कराये जाने की खबर एबीपी न्यूज़ को पता चली है.
दुबई से लौटीं मान्यता
संजय दत्त को फेफड़ों के कैंसर के एडवांस्ड स्टेज में पहुंचने की खबर लगते ही उनकी पत्नी मान्यता दत्त अपने दोनों बच्चों के साथ एक विशेष विमान से दुबई से सीधे मुम्बई पहुंचे गयीं हैं.
बता दें कि चिंता में डूबी मान्यता दत्त कल ही यानी मंगलवार को ही संजय दत्त के पास अपने घर आ गयीं. वे मार्च महीने से ही लॉकडाउन और कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते दुबई में ही फंसी थीं, लेकिन संजय दत्त के कैंसर की खबर से बुरी तरह से घबराईं मान्यता दत्त फौरन अपने दोनों बच्चों - इकरा और शाहरान से साथ फौरन मुम्बई लौट आयीं.
उल्लेखनीय है कि कैंसर के लिए अमेरिका के विश्व प्रसिद्ध इसी मेमोरियल स्लोआन केटरिंग अस्पताल में उनकी मां नरगिस दत्त का भी 1980 में कैंसर का इलाज हुआ था, मगर 1981 में उन्होंने मुम्बई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में दम तोड़ दिया था. संजय दत्त की पहली पत्नी रिचा शर्मा को भी कैंसर था और संजय दत्त से शादी के दो साल बाद कैंसर के चलते रिचा शर्मा की 1987 में मौत हो गयी थी.