आखिर क्यों, संजय दत्त चाहते हैं कि उनके बेटे पर उनकी छाप नहीं पड़े
जब उनसे पूछा गया कि वह बच्चों के लालन-पालन को लेकर अपने दिग्गज पिता से अपनी तुलना कैसे करते हैं, तो उन्होंने कहा, "हमारे पिता ने हमें समान्य बच्चों की तरह पाला-पोसा. मुझे बॉर्डिग स्कूल भेजा दिया गया था. मैंने कड़ी मेहनत की और मैं अपने बच्चों के साथ भी यही करता हूं."
नई दिल्ली: ड्रग्स की लत और कानूनी उलझनों से गुजर चुके बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त का कहना है कि एक पिता होने के नाते वह नहीं चाहते कि उनका बेटा उनके जैसा बने.
दिवंगत दिग्गज अभिनेता सुनील दत्त और नरगिस के बेटे, संजय ड्रग्स की समस्या से जूझ चुके हैं और इसके लिए सुधारगृह भी जा चुके हैं. उन्हें 1993 के सिलसिलेवार बम धमाकों के एक मामले में अवैध हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इन भयानक विस्फोटों में 250 लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे.
यहां शनिवार को इंडिया टुडे माइंड रॉक्स यूथ सम्मेलन में संजय ने अपनी जीवन यात्रा और संघर्ष के बारे में बताया.
वहीं, जब उनसे पूछा गया कि वह बच्चों के लालन-पालन को लेकर अपने दिग्गज पिता से अपनी तुलना कैसे करते हैं, तो उन्होंने कहा, "हमारे पिता ने हमें समान्य बच्चों की तरह पाला-पोसा. मुझे बॉर्डिग स्कूल भेजा दिया गया था. मैंने कड़ी मेहनत की और मैं अपने बच्चों के साथ भी यही करता हूं."
उन्होंने कहा, "मैं उन्हें जीवन के मूल्य सिखाने की कोशिश करता हूं, उन्हें 'संस्कार' देता हूं और सिखाता हूं कि बड़ों का सम्मान करना जरूरी है चाहे वे आपके नौकर ही क्यों न हों..साथ ही यह भी कि उन्हें जिंदगी की अहमियत समझनी चाहिए. मैं प्रार्थना करता हूं कि मेरा बेटा मेरी तरह न बने क्योंकि मेरे पिता जिससे गुजरे, मैं उससे नहीं गुजरना चाहता."
संजय जल्द ही फिल्म भूमि में नज़र आने वाले हैं.