Film on Harassment: बॉलीवुड में ऐसी अनगिनत फिल्में बनी है, जिसमें मुख्य किरदार किसी न किसी तरह के उत्पीड़न का शिकार होने के बाद हथियार उठा लेता है और विलेन से बदला लेता है. ऐसी कई फिल्में दर्शकों को खूब पसंद भी आई. उन्ही में से एक है संजय दत्त की फिल्म हथियार. इस फिल्म का निर्माण का महेश मांजरेकर(Mahesh Manjrekar) ने संजय दत्त (Sanjay Dutt), शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) और नम्रता शिरोडकर (Namrata Shirodkar) को लेकर 2002 में किया था. ये फिल्म वास्तव (Vastav) की आगे की कहानी को दिखाती है.


क्या है फिल्म की कहानी


फिल्म की कहानी रोहित (संजय दत्त) की है, जिसके पिता एक क्रिमिनल और मां (नम्रता शिरोडकर) एक वेश्या रह चुकी होती हैं. परिवार की गरीबी और बिमारी के चलते रोहित की मां एक बार फिर से अपने पुराने काम में वापस आने को मजबूर हो जाती है. रोहित को अपने पिता के बैकग्राउंड के चलते किसी कॉन्वेंट स्कूल में दाखिला नहीं मिलता. कॉलेज में उसे वेश्या का बेटा कहकर उसका मानसिक उत्पीड़न किया जाता है. अंत में तंग आकर रोहित अपने पिता के रास्ते के पर चल पड़ता है.


फिल्म में बहुत ही सटीक तरीके उत्पीड़न को दिखाया गया है. उत्पीड़न का असर किसी पर कैसा हो सकता है, उसकी झलक इस फिल्म में दिखाई गई है. संजय दत्त पहले तो पढ़ाई लिखाई करना चाहते हैं, लेकिन आखिर में तंग आकर हथियार उठा लेते हैं और अपराध की दुनिया में चले जाते हैं. फिल्म के कई दृश्य उत्पीड़न की कहानी बयां करते दिखते हैं. जैसे रोहित की उसकी प्रेमिका गौरी(शिल्पा शेट्टी) से शादी नहीं हो पाती. फिल्म में संजय दत्त के काम को काफी पसंद किया गया था.


वर्तमान में संजय दत्त (Sanjay Dutt) एक बार फिर अपने करियर के पीक पर हैं. हाल ही में उनकी केजीएफ 2 (KGF 2) आई, जिसमें उनके किरदार को खूब पसंद किया गया. इसके अलावा शमशेरा के ट्रेलर में जिस रूप में संजय दत्त दिखाई दिए उसे फैंस ने काफी सराहा है.


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