लगातार फ्लॉप फिल्में दे रहे संजय दत्त को इस फिल्म से मिला था जीवनदान, बड़ी दिलचस्प थी इसके पीछे की कहानी
संजय दत्त के फिल्मी करियर में एक ऐसा दौर भी आया था जब उनकी फिल्में एक के बाद एक पिट रही थीं और उनका करियर खतरे में पड़ गया था. ऐसे में 1999 में आई 'वास्तव' ने उनके लिए सफलता के नए दरवाज़े खोल दिए.
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता संजय दत्त इन दिनों अपनी बीमारी के चलते सुर्खियों में हैं. संजय दत्त को लंग कैंसर है जिसका इलाज मुंबई में चल रहा है. हालांकि, बीमारी के अलावा एक और वजह है, जिसके चलते संजू बाबा के फैन्स उन्हें याद रखते हैं. जी हां, सही समझा आपने, हम बात कर रहे हैं फिल्म ‘वास्तव’ की जिसने संजय दत्त को बॉलीवुड में एक अलग पहचान दिलवाई थी. यह फिल्म 7 अक्टूबर 1999 को रिलीज हुई थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झंडे फहरा दिए थे.
आपको बता दें कि सन 1993 में आई ‘खलनायक’ के बाद लगातार छह सालों तक संजय को एक भी हिट फिल्म नहीं मिली थी. साथ ही इस दौरान उन्हें मुंबई बम ब्लास्ट के मामले में जेल भी जाना पड़ा था, ऐसे में 1999 में आई ‘वास्तव’ के हिट होने से संजय दत्त को जैसे बॉलीवुड में एक नई ज़िंदगी मिल गई थी. कहा जाता है कि ‘वास्तव-द रियलिटी’ में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन की ज़िंदगी दिखाई गई थी और इस फिल्म में राजन के छोटे भाई दीपक निकालजे का पैसा लगा था. हालांकि, इस बारे में आज भी कोई खुलकर कुछ भी कहना पसंद नहीं करता है.
‘वास्तव’ से जुड़ा एक और किस्सा बड़ा मशहूर है, इस फिल्म को महेश मांजरेकर ने डायरेक्ट किया था और यह उनकी पहली हिंदी फिल्म थी,लेकिन ‘वास्तव’ महेश के पास कैसे आई, इसका किस्सा बड़ा रोचक है. सन 1995 में महेश के डायरेक्शन में एक मराठी फिल्म बनी थी जिसका नाम था ‘ताई’. यह फिल्म उनदिनों महाराष्ट्र में सुपर हिट हुई थी, इसी फिल्म की सफलता के बाद महेश एक हिंदी फिल्म करने की तैयारी में थे जिसका नाम था ‘निदान’. इसी दौरान महेश की मुलाकात संजय दत्त से हुई थी और उन्होंने संजू बाबा को एक कहानी (स्क्रिप्ट) सुनाने की बात कही थी.
संजय को महेश की यह बात याद थी तो उन्होंने स्क्रिप्ट सुनने के लिए महेश को एक दिन फिल्म के सेट पर ही आने के लिए फ़ोन कर दिया. चूंकि स्क्रिप्ट तैयार नहीं थी तो महेश टेंशन में आ गए और पास के ही एक होटल में जाकर कुछ पैग मारने के बाद वहीं वेटर का पैन लेकर कागज पर एक के बाद एक 20 सीन्स लिख डाले और वही कागज लेकर कुछ देर बाद वह संजय दत्त के सामने थे.
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि संजय दत्त ने कुल 10-15 मिनट महेश से नरेशन सुना और इस फिल्म के हां कर दिया, यह फिल्म थी ‘वास्तव-द रियलिटी’ जिसने संजय के फ़िल्मी करियर में जान फूंक दी.