जयपुर/मुंबई: मशहूर फिल्मकार संजय लीला भंसाली के साथ उनकी आगामी फिल्म 'पद्मावती' की जयपुर में शूटिंग के दौरान हाथापाई और मारपीट हुई है. जयगढ़ किले में शुक्रवार को रानी पद्मावती की फिल्म शूटिंग के दौरान करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए भंसाली को थप्पड़ जड़ दिया और उनके साथ मारपीट और अभद्रता की.
इन लोगों का आरोप है कि भंसाली ने अपनी फिल्म पद्मावती में इतिहास के तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की है. भंसाली पर हुए हमले पर फिल्म इंडस्ट्री ने कड़ा विरोध जताया है.
जयपुर के जयगढ़ किले में शूटिंग चल रही थी तभी भद्दी गालियों के साथ नारे लगाते हुए कुछ लोग पहुंच गए. शूटिंग के साजोसामान को तहस नहस करते हुए शांति से कुर्सी पर बैठे संजय लीला भंसाली के पास ये लोग पहुंचे और उनपर हमला कर दिया.
आधे घंटे के हंगामे के बाद पुलिस आई तो भंसाली को वहां से निकाला.
हंगामा करने वाले संगठन करणी सेना का दावा है कि संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म पद्मावती में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच एक बेहद आपत्तिजनक सीन डाला है.. इस सीन में अलाउद्दीन खिलजी एक सपना देखता है जिसमें वो रानी पद्मावती के साथ है.. करणी सेना का दावा है कि वास्तव में खिलजी और पद्मावती ने कभी एक दूसरे को आमने सामने देखा तक नहीं और इतिहास की किसी किताब में भी इस तरह के किसी सपने का कोई जिक्र नहीं है. हालांकि इतिहासकार इरफान हबीब के मुताबिक पद्मावती का किरदार ही काल्पनिक है.
करणी सेना खुद को राजपूतों के हितों का रक्षक बताती है और राजस्थान में काम करती है. करणी सेना का दावा है कि रानी पद्मावती राजपूत थीं और उनकी छवि फिल्म में गलत तरीके से दिखाई गई इसलिए उसने प्रदर्शन किया.
बता दें कि भंसाली 2015 में बाजीराव मस्तानी जैसी फिल्म बनाकर कई पुरस्कार ले चुके हैं. फिल्म पद्मावती भी इतिहास के पन्नों से निकाली गई कहानी है जिसको लेकर हंगामा हो रहा है.