जयपुर: फिल्मकार संजय लीला भंसाली ने जयपुर में अपनी फिल्म 'पद्मावती' की शूटिंग कैंसिल करने का फैसला लिया है. यह फैसला फिल्म के सेट पर शुक्रवार को करणी सेना द्वारा किए गए हमले के बाद लिया गया.
भंसाली के करीबी सूत्र ने बताया, "उन्होंने (भंसाली) सामान पैक कर लिया है और कहा है कि वह फिर कभी जयपुर में शूटिंग नहीं करेंगे." सूत्र के यह भी बताया कि भंसाली ने मुंबई में सेट लगाने का फैसला किया है और वहां आगे की शूटिंग होगी.
रिपोर्ट्स के अनुसार, फिल्म की यूनिट शाम को मुंबई के लिए रवाना हो जाएगी. रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर अभिनीत 'पद्मावती' में दिल्ली के मध्य युगीन शासक अलाउद्दीन खिलजी की कहानी है, जो राजपूत रानी पद्मावती से प्रेम करने लगता है.
भंसाली शुक्रवार को अपराह्न 12 बजे के आसपास जयगढ़ किला में 'पद्मावती' की शूटिंग कर रहे थे, जब करणी सेना के कुछ सदस्य वहां पहुंचकर विरोध जताने लगे.
उन्होंने भंसाली और यूनिट के लोगों के साथ बदसलूकी की. वहां पूरी तरह से अफरा-तफरी का माहौल हो गया और भंसाली को शूटिंग रोकनी पड़ी. स्थिति को नियंत्रित करने में पुलिस को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
करणी सेना के वरिष्ठ सदस्य लोकेंद्र सिंह कल्वी ने शनिवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, "वह (भंसाली) ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ कर रहे हैं. हम उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं देंगे."
कल्वी ने बताया कि उन्होंने भंसाली को कई बार पत्र लिखकर इतिहास को सही ढंग से पेश करने का आग्रह किया था, लेकिन उन्होंने बात नहीं सुनी. करणी सेना के एक कार्यकर्ता ने कहा, "वह ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करके पद्मावती को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. यह स्वीकार्य नहीं है."
क्यों हो रहा है विरोध?
हंगामा करने वाले संगठन करणी सेना का दावा है कि संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म पद्मावती में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच एक बेहद आपत्तिजनक सीन डाला है. इस सीन में अलाउद्दीन खिलजी एक सपना देखता है जिसमें वो रानी पद्मावती के साथ है. करणी सेना का दावा है कि वास्तव में खिलजी और पद्मावती ने कभी एक दूसरे को आमने सामने देखा तक नहीं और इतिहास की किसी किताब में भी इस तरह के किसी सपने का कोई जिक्र नहीं है. हालांकि इतिहासकार इरफान हबीब के मुताबिक पद्मावती का किरदार ही काल्पनिक है.
करणी सेना खुद को राजपूतों के हितों का रक्षक बताती है और राजस्थान में काम करती है. करणी सेना का दावा है कि रानी पद्मावती राजपूत थीं और उनकी छवि फिल्म में गलत तरीके से दिखाई गई इसलिए उसने प्रदर्शन किया.