मुंबई: 2007 में रिलीज हुई फिल्म 'सांवरिया' में स्टार किड्स रणबीर कपूर और सोनम कपूर को एक्टिंग की दुनिया में मौका देने वाले संजय लीला भंसाली अब दो नए चेहरों को पेश करने जा रहे हैं फिल्म 'मलाल' के जरिए. फिल्म के हीरो मीजान अभिनेता जावेद जाफरी के बेटे हैं तो वहीं फिल्म की हीरोइन शारमिन उनकी बहन बेला सहगल की बेटी हैं.


'मलाल' के को-प्रोड्यूसर संजय लीला भंसाली शनिवार को इस फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के दौरान मीजान और शारमिन को मीडिया से रू-ब-रू कराने से पहले थोड़े भावुक हो गये. भंसाली ने इस मौके पर कहा, "मैं इस वक्त थोड़ा जज्बाती हो रहा हूं."


भंसाली ने बताया कि शारमिन उनकी फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' में असिस्टेंट डायरेक्टर थीं और उस वक्त उनका वजन भी काफी ज्यादा तकरीबन 85-90 किलो था. भंसाली ने कहा कि 'बाजीराव मस्तानी' की शूटिंग के दौरान उन्होंने शारमिन को कॉस्ट्यूम ट्रायल के लिए एक शख्स को बुलाने के कहा और फिर शारमिन अपने साथ मीजान को लेकर आयीं. भंसाली ने बताया कि मीजान को देखते हुए उन्हें लगा कि उनमें एक स्टार बनने की काबिलियत है.



बहरहाल, एबीपी न्यूज़ ने मीजान और शारमिन से नेपोटिज्म (परिवारवाद) के जरिए स्टार किड्स और बॉलीवुड से जुड़े लोगों को आसानी से एक्टिंग का मौका दिये जाने के बारे में सवाल पूछे. शारमिन ने इसका जवाब देते हुए कहा कि नपोटिज्म हर जगह है मगर इंडस्ट्री से ताल्लुक रखने वाले लोगों पर खुद को साबित करने का ज्यादा दबाव होता है और अगली फिल्में यूं ही आसानी से नहीं मिल जाती हैं, जिसके लिए स्टार किड्स को खुद को साबित करना पड़ता है.


मीजान ने भी माना‌ है बॉलीवुड में नेपोटिज्म‌ है जिसके चलते कई लोगों को मौका मिला है और जो आज की तारीख में बड़े स्टार्स भी बन गये हैं. उन्होंने आगे जोड़ा कि अंत में कोई भी शख्स केवल प्रतिभा और कड़ी मेहनत से ही आगे बढ़ता है.


गौरतलब है कि 'मलाल' को को-प्रोड्यूस करने के साथ साथ संजय लीला भंसाली ने इस फिल्म का संगीत भी दिया है. फिल्म का निर्देशन किया है राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके मंगेश निर्देशक हडावले. 'मलाल' 28 जून को देशभर में रिलीज होगी.