नई दिल्ली: जयपुर में फिल्म की शूटिंग के दौरान फिल्म निर्माता और निर्देशक संजय लीला भंसाली पर शुक्रवार को हमला किया गया. हमला करने वाले खुद को करणी सेना नाम के संगठन का बता रहे थे. इन लोगों का आरोप है कि भंसाली ने अपनी फिल्म पद्मावती में इतिहास के तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की है. भंसाली पर हुए हमले पर पूरी फिल्म इंडस्ट्री ने कड़ा विरोध जताया है. अभिनेत्री सोनम कूपर ने पीएम मोदी को ही निशाने पर ले लिया है.
सोनम कपूर ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी का एक ट्वीट शेयर करते हुए उन्हें उनकी कही हुई बात याद दिलाई है. सोनम ने लिखा है, 'सर बस आपको याद दिलाना चाहती हूं... गणतंत्र दिवस के कुछ ही दिन बाद अपना बात रखने की वजह से हमारी इंडस्ट्री इस तरह का अपमान झेल रही है, यह सच में बहुत ही निराशाजनक है. कृपया हमारे लिए स्टैंड लीजिए... #पद्मावती'
इससे पहले भी कल ट्वीट करके सोनम कपूर ने इस हमले पर दुख जताया था. कल सोनम ने ट्वीट किया, ‘पदमावती के सेट पर जो कुछ हुआ वह भयावह और जघन्य है. क्या यही दुनिया है.’
आपको बता दें कि कल जयपुर के जयगढ़ किले में शूटिंग चल रही थी तभी भद्दी गालियों के साथ नारे लगाते हुए कुछ लोग पहुंच गए. शूटिंग के साजोसामान को तहस नहस करते हुए शांति से कुर्सी पर बैठे संजय लीला भंसाली के पास ये लोग पहुंचे और उनपर हमला कर दिया.
क्यों हो रहा है विरोध?
हंगामा करने वाले संगठन करणी सेना का दावा है कि संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म पद्मावती में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच एक बेहद आपत्तिजनक सीन डाला है. इस सीन में अलाउद्दीन खिलजी एक सपना देखता है जिसमें वो रानी पद्मावती के साथ है. करणी सेना का दावा है कि वास्तव में खिलजी और पद्मावती ने कभी एक दूसरे को आमने सामने देखा तक नहीं और इतिहास की किसी किताब में भी इस तरह के किसी सपने का कोई जिक्र नहीं है. हालांकि इतिहासकार इरफान हबीब के मुताबिक पद्मावती का किरदार ही काल्पनिक है.
करणी सेना खुद को राजपूतों के हितों का रक्षक बताती है और राजस्थान में काम करती है. करणी सेना का दावा है कि रानी पद्मावती राजपूत थीं और उनकी छवि फिल्म में गलत तरीके से दिखाई गई इसलिए उसने प्रदर्शन किया.