संजय मिश्रा 6 मार्च को रिलीज होने जा रही फिल्म 'कामयाब' में एक ऐसे एक्टर के रोल में आयेंगे जो फिल्म में छोटे-छोटे किरदार निभाते हैं और एक दिन उन्हें इस बात का एहसास होता है कि उन्होंने 499 फिल्मों में काम कर लिया है. ऐसे में वे अपनी 500वीं फिल्म में काम करने के लिए बैचेन हो उठते हैं.


इसी फिल्म को लेकर संजय मिश्रा ने एबीपी न्यूज़ से ख़ास बातचीत की. यह इंटरव्यू भी उन्होंने एक खास जगह पर दिया. मुंबई में वर्सोवा में आराम नगर नामक एक जगह है, जहां पर तमाम कास्टिंग एजेंट्स और कास्टिंग डायरेक्टर्स के ऑफिस हैं. इस इंटरव्यू के दौरान 'कामयाब' के निर्देशक हार्दिक मेहता भी थे.


इंटरव्यू के दौरान फिल्म संजय मिश्रा ने अपने संघर्ष के दिनों को भी याद किया और फिल्मों में अपने किरदारों की खासियतों पर भी गौर किया. हार्दिक ने बताया कि फिल्म‌ में संजय मिश्रा ने‌ 16 तरह के किरदार निभाये हैं. ऐसे में संजय ने फिल्म में से अपने पंसदीदा रोल के बारे में बताया और फिल्म का अपना एक फेरवरिट डायलॉग भी सुनाया. फिल्म को शाहरुख खान प्रस्तुत कर रहे हैं. ऐसे में संजय मिश्रा और हार्दिक मेहता ने इस छोटी सी फिल्म को सपोर्ट करने के लिए उनका शुक्रिया भी अदा किया.


उल्लेखनीय है कि कुछ साल पहले ऋषिकेश में अपने पिता की मौत का संजय मिश्रा का ऐसा सदमा लगा कि बाद में संजय मिश्रा का वहां से वापस मुम्बई लौटने का मन नहीं किया. बॉलीवुड में काम का भी काफी अभाव था. ऐसे में वे कुछ वक्त के लिए वहीं रुक गये और एक ढाबे में काम करने लगे. उन्हीं दिनों को याद करते हुए आज संजय मिश्रा ने बाद में बुर्जी पाव के एक ठेले पर जाकर अंडे और चने से जुड़ी वही स्पेशल डिश बनाने का मुजाहिरा किया,‌ जैसा कि वे रिषीकेश के ढाबे पर किया करते थे.


ऋषिकेश से लौटने के बाद रोहित शेट्टी की 2009 में रिलीज हुई फिल्म ऑल द‌ बेस्ट से संजय मिश्रा ने बॉलीवुड में वापसी की थी.


'Kaamyab' फिल्म को लेकर Deepak Dobriya और Mukesh Chhabra से खास बातचीत