वृद्धाश्रम में रहने के लिए मजबूर हैं 'महाभारत' के 'इंद्र', सुभाष घई की कई सुपरहिट फिल्मों में कर चुके हैं काम
सतीश कौल, जिन्हें पंजाबी सिनेमा का अमिताभ बच्चन कहा जाता था, आज वृद्ध आश्रम में रहने को मजबूर हैं. उनकी आर्थिक स्थिति इतनी दयनीय है कि अभिनेता के पास अस्पताल के बिलों का भुगतान करने के लिए भी पैसे नहीं हैं.
ग्लैमर इंडस्ट्री के सितारों का जीवन हमेशा एक जैसा नहीं होता है. यह अक्सर देखने को मिलता है कि जब एक अभिनेता जो एक सुपरस्टार था, लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता था. मगर बाद में ही वही करोड़ों कमाने वाला एक अभिनेता गुमनाम जिंदगी जीने को मजबूर हो जाता है. कुछ ऐसी ही स्थिति अभिनेता सतीश कौल की है, जो महाभारत में देवराज इंद्र की भूमिका निभा में नजर आए थे.
कभी सतीश कौल, जिन्हें पंजाबी सिनेमा का अमिताभ बच्चन कहा जाता था, आज वृद्ध आश्रम में रहने को मजबूर हैं. उनकी आर्थिक स्थिति इतनी दयनीय है कि अभिनेता के पास अस्पताल के बिलों का भुगतान करने के लिए भी पैसे नहीं हैं. पंजाबी और हिंदी फिल्मों में काम अभिनेता ने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया है. उन्होंने बॉलीवुड अभिनेता देवानंद, दिलीप कुमार, शाहरुख खान के साथ भी काम किया है. सतीश कौल को पंजाबी सिनेमा में उनके योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला है. लेकिन आज सतीश कौल लुधियाना में विवेकानंद वृद्धाश्रम में रहते हैं. उसके पास पैसे नहीं हैं. उन्होंने लुधियाना में एक एक्टिंग स्कूल खोला. जहां उसका सारा पैसा डूब गया. उनकी पत्नी ने उन्हें तलाक दे दिया और बेटे के साथ अमेरिका चली गईं.
कभी करोड़ों की कमाई करने वाले सतीश आज पाई पाई के मोहताज हैं. कभी-कभी ऐसा भी हुआ है जब उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं रहता था. यहां तक कि बुजुर्ग सतीश कौल की मेडिकल स्थिति भी ठीक नहीं है और उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है.
वर्कफ्रंट की बात करें तो सतीश ने बीआर चोपड़ा की महाभारत में इंद्र देव की भूमिका निभाई. जिन हिंदी फिल्मों में उन्होंने अभिनय किया उनमें आंटी नंबर 1, याराना, जंजीर, खेल, राम लखन, कर्मा, खूनी महल, इल्जाम आदि शामिल हैं. उन्होंने रामानंद सागर के टीवी शो विक्रम बेताल में भी काम किया है. इसके अलावा भी वह कई धारावाहिकों में भी दिखाई दे चुके हैं.
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