Satish Kaushik Famous Dialogues: हिंदी सिनेमा में अपने मजेदार किरदार से सतीश कौशिक ने लाखों चेहरे पर मुस्कान लाई है. सतीश की एक्टिंग उम्दा थी. जिस तरह पर्दे पर संजीदगी के साथ वह अपना किरदार निभाते थे, उनके आगे लीड स्टार्स भी फीके लगते थे. उन्होंने जिन भी फिल्मों में काम किया, अपनी एक अलग पहचान बनाई. उनके कॉमिक रोल का तो कोई जवाब नहीं था. वह इसके चलते 2 अवॉर्ड्स भी अपने नाम कर चुके हैं. पर्दे पर उनके मजेदार डायलॉग्स भी हिट रहे हैं. आइए आपको कॉमेडी किंग के मजेदार डायलॉग्स के बारे में बताते हैं.


स्वर्ग- ‘एक दूर का चाचा है और एक मुंह बोली भाभी, दूर का चाचा मुझसे दूर ही रहता है और मुंह बोली भाभी मुझे कभी मुंह नहीं लगाती है.’


साजन चले ससुराल- ‘हम बहुत बड़ा संगीतकार, कालाकार, लेकिन आजकल एकदम बेकार.’


‘हमारा फादर नॉर्थ इंडिया, हमारा मदर साउथ इंडिया, इसलिए हम कंप्लीट इंडियन.’


दीवाना मस्ताना- ‘ऐ टमाटर के आखिरी दाने.’ ‘ए अमावस के चमकते चांद’. ‘पप्पू पेजर क्या है, पहले ठोकता है, फिर बजाता है, फिर ठोक बजाके कंफर्म करता है’.






डबल धमाल- ‘ऐ उजड़ी हुई रियासत के राजकुमार’. ‘ऐ हिट फिल्म के फ्लॉप हीरो लोग’. ‘ऐ भोजपुरी पिक्चर के ओम पुरी’. ‘ऐ मल्टीस्टार कास्ट के साइड हीरो’. ‘कॉमेडी पिक्चर के थकेले जोकर लोग’. ‘ऐ ओवर बजट पिक्चर के हीरो’.


परदेसी बाबू- ‘आंख के अंधे को तो फिर भी ठिकाना मिल जाता है, अकल के अंधे को कोई ठिकाना नहीं मिलता है.’ ‘ओए, गेस कर, चवन्नी दूंगा.’ ‘ओए तू रेल गड्डी विच पैदा हुई थी? जब देखो राजधानी एक्सप्रेस की तरह भागती हुई नजर आती है.’


हद कर दी आपने- ‘मेरी अपनी खुद की एक पर्सनल बीवी है’. ‘मेरा वेट ज्यादा है तो मेरी बात का भी वेट ज्यादा ही होगा ना’.


आंटी नंबर 1- ‘वैसे तो मैं एक फ्रस्टेड आदमी हूं, मेरी स्टोरी का पता नहीं है, फाइनेंस का ठिकाना नहीं है, हीरो डेट नहीं दे रहा है, हीरोइन कह रही है कि मैं पूरे कपड़े पहनूंगी.’






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