(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Section 375: रेप से जुड़े गंभीर मुद्दे पर बनी 'सेक्शन 375' पर जानिए क्या है Critics की राय
Section 375 Critic Review: ऋचा चड्ढा और अक्षय खन्ना स्टारर फिल्म 'सेक्शन 375' बॉक्स ऑफिस पर रिलीज होने के लिए तैयार है. फिल्म की रिलीज से पहले हम आपके लिए लेकर आएं इस फिल्म को लेकर क्रिटिक्स की राय...
Section 375 Critic Reviews : ऋचा चड्ढा और अक्षय खन्ना स्टारर फिल्म 'सेक्शन 375' बॉक्स ऑफिस पर रिलीज होने के लिए तैयार है. फिल्म की रिलीज से पहले ही फिल्म को लेकर क्रिटिक्स के रिएक्शन सामने आए हैं. फिल्म बलात्कार जैसे संगीन आरोप को लेकर आईपीसी में मौजूद सेक्शन 375 के बारे में बात करती है.
भारतीय दंड सहिंता में सेक्शन 375 में महिला की सहमति के बिना बनाए गए संबंधों को कानून अपराध बताया गया है. इस धारा के अंतर्गत ये साफ तौर पर कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति किसी महिला से उसकी सहमति के बिना, उसकी इच्छा के बिना, या कोई झूठा वादा कर के, या फिर ऐसी स्थिति में जब महिला दिमागी रूप से सजग नहीं है, या फिर नशे के इन्फ्लूएंस में है और यदि उसकी उम्र 18 वर्ष से कम है. ऐसी किसी भी स्थिति में किसी महिला के साथ बनाए गए यौन संबंधों को बलात्कार की श्रेणी में डाला जा सकता है.
इस फिल्म की कहानी भी इसी के इर्द गिर्द घूमती है. फिल्म में ऋचा चड्ढा और अक्षय खन्ना दोनों ही वकील के किरदार में नजर आ रहे हैं. जहां एक ओर ऋचा पीड़िता के वकील के किरदार में हैं तो वही ंअक्षय आरोपी का केस लड़ते नजर आ रहे हैं. ये एक कोर्टरूम ड्रामा है. जिसमें महिलाओं के प्रति लगतार बढ़ रहे यौन अपराधों और बलात्कार की घटनाओं के लेकर समाझ और प्रशासन के मौन रवैये को लेकर बात की गई है. फिल्म की रिलीज से पहले हम आपके लिए लेकर आएं इस फिल्म को लेकर क्रिटिक्स की राय...
क्या कहते हैं क्रिटिक्स
Taran Adarsh: तरण आदर्श ने इस फिल्म को पावरफुल फिल्म बताया है. अपने रिव्यू में उन्होंने कहा कि ये एक कोर्ट रूम ड्रामा है जो आपको अंत तक खुद से जोड़े रखता है. फिल्म की कहानी और निर्देशन दोनों ही परफेक्ट हैं. वहीं अगर एक्टर्स की बात करें तो ऋचा चड्ढा और अक्षय खन्ना ने अपने किरदारों को बेहद संजीदगी से निभाया है. फिल्म में कई ऐसे गंभीर मसलों को उठाया गया है जो कि इस समय की मांग है.
The Hindu: फिल्म की कहानी को बेहद संजीदगी से गढ़ा गया है. इसमें सेक्स या बलात्कार को जबरन मुद्दा नहीं बनाया गया है. साथ ही फिल्म की कहानी आपको वहां ले जाने में कामयाब नजर आती है, जहां आपको ये लगने लगता है कि इस समय कानून की जागरुकता होना कितना आवश्यक है. फिल्म आपको कहीं न कहीं कानून में मौजूद और उसके गलत इस्तेमाल की ओर भी ध्यान आकर्षित करती है.
हिंदुस्तान टाइम्स: हिंदुस्तान टाइम्स ने भी इस फिल्म को समाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण फिल्म बताया है. अपने रिव्यू में उन्होंने बताया है कि ये फिल्म समाज और कानून में मौजूद कई कमियों को उजागर करता है. फिल्म की कहानी और एक्टिंग दोनों ही बेहतरीन हैं. फिल्म में कई पहलुओं को न सिर्फ दिखाया गया है बल्कि पुरजोर तरीके से उठाया भी गया है.