Seema Biswas Birthday Special: ऐसे बहुत ही कम एक्टर या एक्ट्रेस होते हैं जिन्हें पहली ही फिल्म से ऐसी पहचान मिलती है, जैसी बॉलीवुड की सबसे टैलेंटेड एक्ट्रेस में से एक सीमा बिस्वास को मिली. असम से आई सीमा एक दिन थिएटर से निकल के बाहर आती हैं और बस लोगों के दिलों में घर कर जाती हैं. 1994 में आई उनकी फिल्म 'बैंडिट क्वीन' से पहले लोगों को फूलन देवी से जुड़ी बातें उस तरह से नहीं पता थीं, जिस तरह से सीमा बिस्वास ने बताईं.


सीमा बिस्वास असम में 14 जनवरी 1965 को पैदा हुईं थीं. अचानक से 29 साल को सीमा बिस्वास कुछ ऐसा कर जाती हैं, जो न सिर्फ काबिल-ए-तारीफ था, बल्कि झकझोर देने वाला था. उन्होंने बैंडिट क्वीन के जरिए फूलन देवी पर हुए अत्याचार की गंभीरता को बड़ी ही गंभीरता से दिखाया.






फूलन देवी का किरदार क्यों था साहसी कदम?
शेखर कपूर की बैंडिट क्वीन में फूलन देवी का किरदार निभाना कई मायनों में एक साहसी कदम था. वो सीमा की पहली फिल्म थी और पहली ही फिल्म में ऐसे सीन फिल्माने के लिए हां करना बड़े जज्बे की बात थी. साल 1994 का दौर ऐसा नहीं था, जब इस तरह से किसी फिल्म में किसी महिला को निर्वस्त्र दिखाया जाए जैसा कि सीमा बिस्वास को दिखाया गया. इससे पहले बिना कपड़ों के सीन फिल्म में 'खूबसूरत' तरीके से ही फिल्माए गए थे. लेकिन सीमा पर फिल्माया गया सीन ऐसे फिल्माया गया था कि उससे दर्शकों के मन में खौफ पैदा हो जाए. सीमा बिस्वास ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वो सीन शूट हुआ था तो पूरी यूनिट रोई थी.


बैंडिट क्वीन के उस खौफनाक सीन को लेकर सीमा ने क्या बताया?
बॉलीवुड हंगामा को दिए एक इंटरव्यू के दौरान सीमा ने बताया कि जब उनका बिना कपड़ों का सीन शूट होने के बारे में उन्हें पता चला तो वो उनके लिए डिस्टर्बिंग तो था ही, साथ ही उसी समय मैं वो सीन करना भी चाह रही थी. सीमा ने कहा, ''मैंने अपने टीचर से पूछा इस सीन के बारे में तो उन्होंने कहा आपको डायरेक्टर से बात करनी चाहिए. जब मैंने शेखर कपूर से बात की कि ये सीन क्यों जरूरी है, तो उन्होंने बहुत ही सही लॉजिक बताया. उन्होंने कहा कि इस घटना को लोग मुड़कर नहीं देखना चाहते और ये इतनी भद्दी और अमानवीयता के हद को पार करने वाली घटना है कि मैं उसे बिल्कुल वैसे ही दिखाना चाहता हूं. इसे खूबसूरती के साथ नहीं, बिल्कुल वैसे ही दिखाया जाएगा जितनी गंदी ये घटना थी.'' 


हालांकि, सीमा बिस्वास ने नहीं किया था वो खौफनाक सीन
सीमा बिस्वास ने इसी इंटरव्यू में ये भी बताया था कि वो ये सीन नहीं करना चाहती थीं, क्योंकि वो इतनी बोल्ड नहीं थीं. हालांकि, डायरेक्टर ने मुझे मना लिया लेकिन उस सीन में मेरी जगह मेरी बॉडी डबल ने परफॉर्म किया था. लहरें रेट्रो को दिए एक इंटरव्यू ने सीमा ने ये बताया था कि इस फिल्म को करने के लिए उन्होंने बीहड़ में रात गुजारी थी. इस सीन की वजह से फिल्म को काफी विवादों का सामना भी करना पड़ा था. सीमा ने ये भी बताया था कि इस सीन को जब शूट किया जा रहा था तब डायरेक्टर और कैमरामैन के अलावा, और किसी को भी उस जगह जाने की परमिशन नहीं थी.


सीमा के परिवार के बारे में
सीमा ने एक इंटरव्यू में अपने परिवार के बारे में कई बातें बताईं. उन्होंने बताया कि उन्हें एनएसडी पढ़ने भेजा गया. उनकी मां भी एक एक्ट्रेस थीं और बहनों में से कोई सिंगर कोई डांसर तो कोई पेंटर है. सीमा ने ये भी बताया था कि जब उनकी बैंडिट क्वीन उनके घरवालों ने देखी तो वो असहज थीं. हालांकि, घरवालों को पता था कि फिल्म के सबसे डरावने सीन में उनके बॉडी डबल को इस्तेमाल किया गया, लेकिन फिर भी उन्हें डर था. उन्होंने बताया जब फिल्म देखकर उनके पापा ने उनकी ओर देखकर गहरी सांस लेते हुए कहा था- ये रोल तो हमारी सीमा ही कर सकती है. इतनी स्ट्रॉन्ग हमारी सीमा ही हो सकती है.


एक नहीं कई बेहतरीन फिल्में हैं सीमा के खाते में
सीमा बिस्वास को पहली फिल्म से नेम-फेम मिल चुका था. इसके बाद, उन्होंने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया. जैसे वॉटर, एक हसीना थी, खामोशी और कंपनी. सीमा बिस्वास पिछले साल आई ओटीटी सीरीज 'कालकूट' में एक्टर विजय वर्मा की मां का रोल निभाया. इस रोल में भी उन्होंने जान फूंक दी. उनकी वॉटर फिल्म भी काफी विवादों में रही थी. इस फिल्म को बैन तक कर दिया गया था. सीमा ने पिंजर और भूत जैसी फिल्मों में भी अपने एक्टिंग का लोहा मनवाया था. इसके अलावा, 2007 में आई उनकी फिल्म रिस्क में उनका नेगेटिव रोल आज भी लोगों को याद है.


और पढ़ें: अमिताभ बच्चन को सुपरस्टार नहीं मानते नाती अगस्त्या नंदा, द आर्चीज एक्टर ने खुद बताई इसके पीछे की वजह