बॉलीवुड एक्ट्रेस शबाना आजमी के बयान के बाद मचे बवाल पर उन्होंने ट्रोल्स को करारा जवाब दिया है. उन्होंने अपने ट्रोल्स को जवाब देते हुए ट्वीट किया कि वो नहीं जानती थी कि वो इतनी अहमियत रखती हैं.


उन्होंने ट्वीट किया, ''मेरी एक टिप्पणी पर इतना बवाल? मुझे नहीं पता था कि राइट विंग वालों और मुस्लिम फुंडुज की नजरों में मेरी इतनी अहमियत है. ये वही लोग हैं जिन्होंने मेरे खिलाफ फतवे तक जारी कर दिए थे जब मैंने दीपा मेहता की फिल्म वॉटर के लिए अपना सिर मुंडवाया था. उनके इन फतवों पर जावेद अख्तर का जवाब था shut up.''






यही नहीं उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, मैं ये याद दिलाना चाहूंगी कि मेरे पिता कैफी आजमी ने अपना पद्मश्री केंद्र की कांग्रेस सरकार के विरोध में लौटाया था. उन्होंने यूपी के कांग्रेस के एक मंत्री के बयान के विरोध में ऐसा किया था. मंत्री ने बयान दिया था कि जो लोग उर्दू को दूसरी भाषा देने की मांग कर रहे हैं उन्हें गधे पर बिठाकर मुंह काला कर के घुमाना चाहिए.





क्या बोलीं थी शबाना?


शबाना आजमी ने शनिवार को कहा कि सरकार की आलोचना करने वालों को तुरंत राष्ट्रविरोधी का तमगा दे दिया जाता है. उन्होंने कहा कि देश की कमियों को दूर करने के लिये समस्याओं पर बोलना जरूरी है. इसी के साथ शबाना आजमी ने कहा कि इस समय देश का माहौल ऐसा बनाया जा रहा है कि सरकार की बुराई करने वालों को तत्काल ‘‘राष्ट्रविरोधी’’ कह दिया जाता है.


शबाना आजमी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, "हमारे मुल्क की अच्छाई के लिए जरूरी है कि हम इसकी बुराइयां भी बतायें. अगर हम बुराइयां नहीं बतायेंगे, तो हालात में सुधार कैसे लायेंगे? लेकिन वातावरण इस तरह का बन रहा है कि अगर आपने सरकार की बुराई की, तो आपको फौरन राष्ट्रविरोधी कह दिया जाता है. हमें इससे डरना नहीं चाहिये और इनके सर्टिफिकेट की किसी को जरूरत भी नहीं है."