नई दिल्ली: संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' की रिलीज को लेकर लगातार विरोध जा रही है. इस विरोध पर फिल्म इंडस्ट्री के सितारे भी लगातार अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं और भंसाली का समर्थन कर रहे हैं. सलमान खान, सिद्धार्थ मल्होत्रा जैसी कई हस्तियों के बाद अब उनके समर्थन में जानी मानी अभिनेत्री शबाना आज़मी भी उतर गई हैं. शबाना आज़मी ने सोशल मीडिया पर कई ट्विटस के जरिए सरकार को निशाने पर लिया है और साथ ही सेंसर बोर्ड से भी अपनी नाराजगी जाहिर की है.

बता दें कि सेंसर बोर्ड ने ‘पद्मावती’ फिल्म को सर्टिफिकेट ना देते हुए अधूरे आवेदन के आधार पर वापस लौटा दिया है. इसी बात को लेकर शबाना आज़मी नाराज हैं और उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, ''सीबीएफ़सी ने 'पद्मावती' का आवेदन वापस लौटा दिया है क्योंकि फॉर्मेलिटीज़ पूरी नहीं थीं! सच में? या फिर चुनावी फायदे के लिए आग में घी डालने का काम किया जा रहा है?'' उन्होंने आगे लिखा, ''जो सरकार पावर में है उसकी शरण में सबकी दुकान सरकार चल रही है. 'पद्मावती' पर फ़िल्म इंडस्ट्री को एकजुट हो जाना चाहिए.''



शबाना यहां नहीं रूकी हैं उन्होंने यह भी कहा है कि गोवा होने वाले इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल को भी फिल्म इंडस्ट्री बायकॉट करे. उन्होंने लिखा है, ''स्मृति ईरानी IFFI की तैयारियां कर रही हैं लेकिन सब कुछ तभी संभव हो पाता है जब फिल्म इंडस्ट्री इस समारहो को वाहवाही दिलाती है, लेकिन वही 'पद्मावती' पर चुप रहती हैं.'' इस अभिनेत्री ने आगे लिखा है, ''पद्मावती के लिए भंसाली-दीपिका को धमकियां मिल रही हैं, इस वजह से पूरी फिल्म इंडस्ट्री को IFFI का बायकॉट करना चाहिए.''


बता दें कि IFFI पहले से ही दो फिल्में ‘एस दुर्गा’ और ‘न्यूड’ को हटाए जाने को लेकर विवादों में है.  इस फेस्टिवल में जो फिल्में दिखाई जानी थीं उन्हें 13 सदस्यीय निर्णायक समिति ने चुना था. पैनोरमा खंड के लिए जिन फिल्मों का चयन किया गया था उसमें से ‘एस दुर्गा’ और ‘न्यूड’ को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने बाहर कर दिया. इसके बाद इसे लेकर विवाद हो गया है. मंत्रालय के फैसले के बाद निर्णायक समिति के तीन सदस्य इस्तीफा दे चुके हैं. उनमें समिति के प्रमुख फिल्मकार सुजॉय घोष, दो सदस्य - पटकथा लेखक अपूर्व असरानी और फिल्मकार ज्ञान कोरिया शामिल हैं.


गोवा में 20 से 28 नवंबर तक चलने वाले इस महोत्सव के दौरान 200 से ज्यादा फिल्मों को पर्दे पर दिखाया जाएगा. इस फेस्टिवल का उद्घाटन शाहरूख खान करने वाले हैं और उनके अलावा कैटरीना कैफ और शाहिद कपूर भी इस फेस्टिवल में शिरकत करने वाले हैं. लेकिन अब 'पद्मावती' की आग IFFI तक पहुंच चुकी है.

छ चुनिंदा संपादकों को फिल्म दिखाया तो भंसाली से सेंसर बोर्ड भी हुआ नाराज


आपको बता दें कि भंसाली एक और मुसीबत में फंसते दिख रहे हैं. अब उनसे सेंसर बोर्ड भी नाराज हो गया है. सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने इस पर कड़ी आपत्ति जतायी है कि भंसाली ने 'पद्मावती' सेंसर बोर्ड से पहले कुछ चुनिंदा मीडिया हाउसेज को दिखायी है. आपको बता दें कि इस स्क्रीनिंग में इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा औऱ रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अरनब गोस्वामी समेत कुछ खास लोगों को बुलाया गया.


पद्मावती देखने वाले वैदिक बोले- फिल्म में है शौर्य और वीरता की कहानी

फिल्म मेकर्स के लिए राहत की बात ये है कि जिन्होंने भी इस फिल्म को देखा है उन्होंने इसकी सराहना की है और विवादित अंश होने से इंकार किया है.  देश के वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक ने पद्मावती फिल्म को हाल ही में देखा है. उन्होंने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा, ''मुझे ऐसा कोई प्रसंग नहीं लगा जिससे आपत्ति होती हो. घूमर नृत्य के बारे में मुझे भी काफी संदेह था,  लेकिन मैंने जब देखा तो दंग रह गया, वह कमाल का था. फिल्म कहीं अश्लील नहीं लगी, कहीं आपत्तिजनक नहीं लगी. इसमें राजपूत समाज के शौर्य की कहानी दिखाई गई है.''


बता दें कि ये फिल्म एक दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. इसमें दीपिका के अलावा रणवीर सिंह और शाहिद कपूर मुख्य भूमिका में हैं.