नई दिल्ली: सुपरस्टार शाहरुख खान ने निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट मामले पर कहा है कि यह गलत है. उन्होंने कहा कि अगर किसी को कला के किसी भी प्रकार से आपत्ति है तो मेरे विचार से बैठकर उस मुद्दे पर बात करना चाहिए. कोई और दूसरा तरीका स्वीकार्य नहीं है.






बता दें कि शाहरुख खान बेटे अबराम के साथ अमृतसर के गोल्डन टेंपल मत्था टेकने पहुंचे थे. वहीं मीडिया से बात करते हुए उन्होंने भंसाली के साथ मारपीट की घटना पर अपना बयान दिया.



शाहरुख खान ने बेटे अबराम के साथ अमृतसर मंदिर की एक तस्वीर ट्विटर पर शेयर किया है.




आपको यह बता दें कि भंसाली की आने वाली फिल्म 'पद्मावती' को लेकर करणी सेना ने निर्देशक के साथ बदसलूकी किया था.


क्यों हुआ फिल्म का विरोध?


हंगामा करने वाले संगठन करणी सेना का दावा है कि संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म पद्मावती में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच एक बेहद आपत्तिजनक सीन डाला है. इस सीन में अलाउद्दीन खिलजी एक सपना देखता है जिसमें वो रानी पद्मावती के साथ है. करणी सेना का दावा है कि वास्तव में खिलजी और पद्मावती ने कभी एक दूसरे को आमने सामने देखा तक नहीं और इतिहास की किसी किताब में भी इस तरह के किसी सपने का कोई जिक्र नहीं है. हालांकि इतिहासकार इरफान हबीब के मुताबिक पद्मावती का किरदार ही काल्पनिक है.


करणी सेना खुद को राजपूतों के हितों का रक्षक बताती है और राजस्थान में काम करती है. करणी सेना का दावा है कि रानी पद्मावती राजपूत थीं और उनकी छवि फिल्म में गलत तरीके से दिखाई गई इसलिए उसने प्रदर्शन किया.