इसी के साथ शाहरुख ने कहा, 'असल में ये अवॉर्ड उनके लिए नहीं है बल्कि ये उन महिलाओं के लिए है जिनके लिए हम काम कर रहे हैं. मेरे अनुसार हम जो कर रहे हैं वो बहुत कम है हमें अभी बहुत कुछ करना है. हमारी कोशिश है कि हम ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को मदद दे सकें. साथ ही हमारी कोशिश है कि एसिड अटैक पीड़िताओं के पुनर्वास में उनकी मदद कर सकें. जब हमने इन महिलाओं के लिए काम करना शुरू किया था तो हमें ये बात ज्ञात थी कि इन महिलाओँ को चैरिटी नहीं सॉलिडैरिटी चाहिए. मैं इन महिलाओं से प्रतिदिन प्रेरणा पाता हूं और हर दिन कुछ बेहतर करने का प्रयास करता हूं. ये अवॉर्ड उनके इस साहस को समर्पित है.'
दिलकश अंदाज में दिखे किंग खान
इससे पहले सोमवार को दावोस पहुंचे शाहरुख ने ट्वीट किया, "भाई साहब काफी ठंड है. उम्मीद है यहां सभी के प्यार और दोस्ती से गर्माहट मिलेगी. विश्व आर्थिक मंच पर सम्मान के लिए धन्यवाद. दावोस डायरीज." इसके बाद शाहरुख खान ने एक और तस्वीर पोस्ट की, इसमें पूरा बैकग्राउंड बर्फ से ढका है और किंग खान अपने सिग्नेचर पोज में नजर आए. इस तस्वीर के साथ शाहरुख ने कैप्शन में लिखा, स्विट्जरलैंड कर ये नहीं किया तो क्या किया.
आपको बता दें कि शाहरुख, हिंदी सिनेमा के दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय चेहरों में से एक है, क्योंकि वह गैर-लाभकारी संस्था के संस्थापक हैं, जो एसिड हमलों और गंभीर रूप से जलीं महिलाओं को चिकित्सा उपचार, कानूनी सहायता, व्यावसायिक प्रशिक्षण, पुनर्वास और आजीविका की सहायता प्रदान करता है.