Shah Rukh Khan: 'कौन कमबख्त बर्दाश्त करने के लिए पीता है' इस सीन के लिए शाहरुख ने हकीकत में पी थी शराब
Devdas: बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान ने कई सुपरहिट फिल्में दी हैं. इनमें अभिनेता ने बहुत से आइकॉनिक डायलॉग भी बोले हैं. इन्हीं में से ही एक है, ‘कौन कमबख्त बर्दाश्त करने के लिए पीता है.‘
Shahrukh Khan Iconic Dialogue: किंग खान यानी बॉलीवुड का बादशाह… यह वह नाम है, जिन्हें जब भी सुनो तो सबसे पहले जेहन में शाहरुख खान का नाम आता है. 90 के दशक का ऐसा अभिनेता, जिसने लोगों को रोमांस करना सिखाया. जब वह रोया तो फैंस के भी आंसू छलक पड़े और जब मुस्कुराया तो लाखों लड़कियां दिल हार बैठीं. शाहरुख अपने हर किरदार को परफेक्शन के साथ निभाने के लिए जाने जाते हैं. यही वजह है कि उनके अभिनय के मुरीद सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी हैं.
शिद्दत से निभाते हैं हर किरदार
अपने फिल्मी करियर में शाहरुख ने कई शानदार फिल्में दी हैं, जो लोगों दिलो-दिमाग में छाई हुई हैं. उनके फैंस इस बात से बखूबी वाकिफ हैं कि किंग खान अपने किरदार में जान फूंकने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. कई साल पहले वह अपने एक किरदार को रियल बनाने के लिए कुछ ऐसा कर चुके हैं, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
शराब के नशे में की दमदार एक्टिंग
दरअसल, किस्सा 2002 में आई संजय लीला भंसाली की फिल्म 'देवदास' से जुड़ा है. फिल्म में लीड रोल शाहरुख ने निभाया था. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी. ऐश्वर्या और माधुरी की एक्टिंग भी लोगों को काफी पसंद आई थी, लेकिन इस फिल्म के एक सीन के लिए शाहरुख ने कुछ ऐसा किया था, जो एक्टिंग से बेइंतहा मोहब्बत करने वाला ही कर सकता है. फिल्म का एक सीन शाहरुख कई रीटेक के बाद भी अच्छे से नहीं निभा पा रहे थे. इसके बाद उन्होंने फैसला किया कि वह इसे शराब पीने के बाद करेंगे. फिर क्या था, अभिनेता ने सीन फिल्माए जाने से पहले जमकर शराब पी ली. नशे में इस सीन को किंग खान ने इतने शानदार अंदाज से निभाया कि संजय लीला भंसाली भी हैरान रह गए. यह डायलॉग था, ‘कौन कमबख्त बर्दाश्त करने के लिए पीता है...हम तो पीते हैं कि यहां बैठ सके...तुम्हें देख सकें...तुम्हें बर्दाश्त कर सकें.‘
देवदास ने जमकर लूटी वाहवाही
फिल्म रिलीज होने के बाद यह डायलॉग काफी ज्यादा हिट हुआ था. बता दें कि बॉक्स ऑफिस पर सफल होने के अलावा इस फिल्म ने कई अवॉर्ड भी अपने नाम किए थे. जानकारी के मुताबिक, इसे 50 करोड़ रुपये के बजट में बनाया गया था, जिनमें 20 करोड़ रुपये तो फिल्म के सेट पर ही खर्च कर दिए गए थे. इस फिल्म ने साल 2003 के कान फिल्म फेस्टिवल में भी खूब वाहवाही लूटी थी. वहीं, ऑस्कर अवॉर्ड के लिए भी फिल्म को भारत की ओर से भेजा गया था.