Gayatri Joshi: आशुतोष गोवारिकर की 'स्वदेश: वी, द पीपल' शाहरुख खान के करियर की शुरुआत करने वाली गायत्री जोशी ने पहली फिल्म में बेस्ट न्यूकमर का अवॉर्ड जीतने के बावजूद फिल्मों में काम नहीं किया.  उनकी पहली फिल्म उनकी आखिरी फिल्म थी. गायत्री जोशी ने आखिर ऐसा क्यों किया? गायत्री बॉलीवुड एंट्री करने से पहले कॉलेज के दिनों से ही उन्होंने एक के बाद एक लोकप्रिय विज्ञापनों में काम किया है. विज्ञापन की दुनिया में गायत्री ने बॉम्बे डाइंग, फिलिप्स, गोदरेज, सनसिल्क, एलजी, हुंडई जैसे प्रतिष्ठित ब्रांडों के लिए मॉडलिंग की. हालांकि 'स्वदेश' में काम करने से पहले ही गायत्री शाहरुख के साथ स्क्रीन शेयर कर चुकी हैं. दोनों को हुंडई के एक विज्ञापन में साथ देखा गया था. 


शाहरुख के साथ किया डेब्यू


साल 2004 में रिलीज हुई फिल्म स्वदेश के बाद वह किसी और फिल्म में नजर नहीं आईं. इस फिल्म के रिलीज होने के एक साल बाद ही गायत्री जोशी ने साल 2005 में बिजनेसमैन विकास ओबेरॉय से शादी कर ली और फिल्मी दुनिया को अलविदा कह दिया. दो बच्चों की मम्मी गायत्री भले ही अपनी फैमिली में बिजी हो गई हैं, लेकिन उन्हें लोग आज भी भूल नहीं पाए हैं.


स्वदेश फिल्म के बारे में


‘स्वदेस’ पहली इंडियन फिल्म थी, जिसमें नासा रिसर्च सेंटर के अंदर के सीन दिखे. फिल्म की कहानी एक एनआरआई साइंटिस्ट मोहन भार्गव की घर वापसी की कहानी है. मोहन भार्गव का किरदार शाहरुख ने निभाया है. मोहन नासा में प्रोजेक्ट मैनेजर के रोल में थे जो गांव आते हैं और कई तरह की सच्चाई उनके सामने आती है. ‘स्वदेस’ के लिए एआर रहमान के रचे गए संगीत भी शानदार हैं. फिल्म का एक गाना ‘ये जो देश है तेरा’ सुनकर देशभक्ति की भावना हिलोरे मारने लगती है.


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