मुंबई: मुंबई: यौन शोषण की कोशिश के इल्जामों के चलते तनुश्री दत्ता और नाना पाटेकर के बीच हुए विवाद के बाद देशभर में चल रहे #MeToo मूवमेंट की चपेट में बॉलीवुड से लेकर तमाम सेक्टर से जुड़े बड़े-बड़े लोगों के नाम सामने आ रहे हैं.


बॉलीवुड में हमेशा से एक बैड बॉय की छवि रखने वाले शक्ति कपूर पर फिलहाल किसी ने इल्जाम नहीं लगाया है, मगर शक्ति कपूर ने‌ इस पूरे मूवमेंट पर सवाल उठा दिया है और सीधे प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित करते हुए इस मुद्दे पर कुछ करने की अपील की है.

एबीपी न्यूज़ को अपनी आवाज में भेजे एक ऑडियो क्लिप में अपनी बात रखते हुए शक्ति कपूर ने कहा है कि ऐसे मामलों की आड़ में 70 फीसदी से ज्यादा लड़कियां ब्लैकमेल कर रही हैं. शक्ति कपूर ने कहा कि किसी भी शख्स पर आरोप लगाया जाये, तो पहले उसका नाम सामने नहीं आना चाहिए और कोर्ट द्वारा गुनहगार तय किये जाने के बाद ही उसका नाम सार्वजनिक किया जाना चाहिए.

शक्ति कपूर का कहना है कि जिस किसी भी शख्स पर इस तरह का इल्जाम लगा दिया जाता है, उसका करियर खत्म हो जाता है, उसे नौकरी से निकाल दिया जाता है, उसके बीवी और बच्चे उसे शख्स की निगाह से देखने लगते हैं. गौरतलब है कि शक्ति कपूर ने अपने तर्क को मजबूती प्रदान करने के लिए खुद पर लगे कई आरोपों का भी हवाला दिया. 1.55 मिनट की इस ऑडियो क्लिप में शक्ति कपूर ने कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेते हुए उनसे इस संबंध में कोई कानून बनाने की अपील की.

यहां सुनिए शक्ति कपूर का ऑडियो क्लिप-



बता दें कि पूनम पांडे के साथ अपनी जल्द रिलीज होने वाली फिल्म 'जर्नी ऑफ कर्मा' के एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान हाल ही में जब शक्ति कपूर से तनुश्री दत्ता-नाना पाटेकर विवाद पर कमेंट करने के लिए कहा गया था, तो शक्ति कपूर ने इस सवाल से ही कन्नी काटने की कोशिश की थी.

शक्ति कपूर ने कहा था कि उन्हें इस मामले में कुछ नहीं पता है. फिर जब उन्हें 'हॉर्न ओके प्लीज' के सेट पर 10 साल पर हुई उस कथित घटना के बारे में अपडेट किया गया, तो उन्होंने कहा था - "10 साल पहले? मुझे कुछ मालूम नहीं... 10 साल पहले तो मैं एक छोटा सा बच्चा था." इतने संजीदा किस्म के विवाद पर मजाकिया लहजे में कमेंट करने के लिए शक्ति कपूर की खूब आलोचना भी हुई थी.