Shakti Kapoor And Feroz Khan: शक्ति कपूर बॉलीवुड के शानदार एक्टर हैं. उन्होंने अपने करियर में 600 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया है. अपने लंबे और सफल करियर में शक्ति ने कई तरह के किरदार निभाए. वे जब खलनायक बने तो काफी खूंखार लगे. वहीं कॉमेडी रोल करें तो अपनी मासूमियत से लोगों का दिल जीत लिया.
बता दें कि शक्ति कपूर ने अपने फिल्मी करियर का आगाज साल 1975 में रिलीज हुई फिल्म 'दो जासूस' से किया था. इसमें वे छोटी भूमिका में नजर आए थे. हालांकि इसके बावजूद बॉलीवुड में काम पाने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था. एक बार शक्ति कपूर अपनी गाड़ी से किसी को अपना पोर्टफोलियो देने जा रहे थे तब दो दिग्गज एक्टर्स की गाड़ी ने उनकी गाड़ी को टक्कर मार दी थी.
फिरोज की गाड़ी ने शक्ति की गाड़ी को मारी टक्कर
शक्ति कपूर काफी जल्दी में थे. वे अपनी फिएट कार से मुंबई के लिंक रोड पर थे. तब ही पीछे से एक मर्सिडीज गाड़ी ने उनकी कार को टक्कर मार दी. गुस्से में शक्ति कार से बाहर निकलकर अपशब्द बोलने लगे. लेकिन जब उन्होंने देखा कि कार से विनोद खन्ना और फिरोज खान उतरे तो वे शांत हुए. लेकिन इस एक्सीडेंट की वजह से शक्ति को एक फिल्म मिल गई थी.
शक्ति कपूर ने गाड़ी से उतरने के बाद फिरोज खान को अपना परिचय दिया था. एक्टर ने कहा था कि मैंने पुणे फिल्म संस्थान से एक्टिंग का कोर्स किया है और बॉलीवुड में काम की तलाश में हूं. हालांकि बताया जाता है कि सड़क पर भीड़ होने के चलते फिरोज ठीक से शक्ति की बात सुन नहीं पाए थे.
फिर शक्ति को मिली फिरोज की 'कुर्बानी'
शक्ति एक दिन अपनी मुंहबोली बहन डेजी ईरानी के घर पहुंचे थे. तब डेजी के पति के.के. शुक्ला फिल्म 'कुर्बानी' की कहानी लिख रहे थे. तब शक्ति से बातचीत में के के शुक्ला ने बताया कि मैं एक फिल्म की कहानी लिख रहा हूं लेकिन इसमें तुम्हे काम मिलना मुश्किल है क्योंकि इसमें फिरोज खान उस शख्स को लेना चाहते है जिसकी कार का उनकी गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ था. फिर शक्ति ने कहा वो शख्स में ही हूं.
'कुर्बानी' में विलेन बने थे शक्ति
डेजी के पति ने फिर फोन करके फिरोज खान को सब कुछ बता दिया. इसके बाद शक्ति को साल 1980 में आई फिल्म 'कुर्बानी' मिली थी. इसमें उन्होंने विक्रम सिंह नाम के विलेन का रोल निभाया था.
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