Shammi Kapoor Jayanti: दिवंगत अभिनेता शम्मी कपूर (Shammi Kapoor) को उनके ऑन-स्क्रीन याहू व्यक्तित्व और सिल्वर स्क्रीन पर एल्विस जैसी चालों के लिए याद किया जाता है. अभिनेता ने हिंदी फिल्मों में लवर बॉय का एक नया संस्करण प्रस्तुत किया था और जब उनकी पत्नी, अभिनेता गीता बाली (Geeta Bali) के साथ उनकी वास्तविक जीवन की प्रेम कहानी की बात आई, तो वे उतने ही फिल्मी थे.
सेट पर हुई थी पहली मुलाकात
शम्मी और गीता एक फिल्म के सेट पर एक-दूसरे से मिले और इससे पहले कि वे कुछ जानते, वे प्यार में पड़ गए. गीता के एक सफल फिल्म एक्ट्रेस होने और शम्मी नौसिखिया होने के कारण उनकी सामाजिक स्थिति काफी अलग थी, फिर भी उनका प्यार एक-दूसरे को मिला. शम्मी कपूर ने 2003 के एक साक्षात्कार में मृत्युंजय कुमार झा से कहा, "वह एक स्टार थीं और मैं कोई नहीं था, फिर भी उन्हें मुझ पर विश्वास था."
उन्होंने साझा किया कि वह उन्हें अक्सर शादी करने के लिए कहते थे लेकिन वह इसे टाल देती थी. यह लगभग तीन साल तक चलता रहा और एक दिन गीता मान गई लेकिन एक शर्त रखी - शादी एक ही दिन होनी है या यह बिल्कुल नहीं होगा. शम्मी कपूर ने बताया, “1955 में, हमने बांद्रा में सुबह 4 बजे शादी कर ली. सात फेरे लिए, फिर उसने अपने पर्स से एक लिपस्टिक निकाली और मुझे दे दी और कहा 'मेरी मांग भर दिजिये' और मैंने यही किया. यह सुंदर था.”
पिता और भाई के साथ काम कर चुकींं थी गीता बाली
गीता शम्मी से एक साल बड़ी थी और उन्होंने पिता पृथ्वीराज कपूर (Prithvi Raj Kapoor) और उनके भाई राज कपूर (Raj Kapoor) के साथ काम किया था, इसलिए कुछ आशंकाएं थीं क्योंकि उन्होंने शादी करने का फैसला किया था. उन्होंने बताया, “कुछ प्रश्न चिह्न थे. गीता मुझसे एक साल बड़ी थी. उन्होंने आनंद मठ नामक फिल्म में मेरे पिता पृथ्वीराज कपूर के साथ सह-अभिनय किया था. उन्होंने मेरे भाई राज कपूर के साथ किदार शर्मा की फिल्म बावरे नैन में भी काम किया था. मुझे यकीन नहीं था कि मेरा परिवार इस पर कैसे प्रतिक्रिया देगा. लेकिन आशंकाएं क्षणिक थीं. मैं अपने भीतर अडिग था कि यह गीता ही है. वह महिला जिसके साथ मैं अपना शेष जीवन बिताने जा रहा था.”
लेहरेन रेट्रो के साथ एक इंटरवव्यू में, शम्मी ने साझा किया कि जब उनकी शादी हुई, तो उनके परिवार के सदस्य शहर में नहीं थे, लेकिन उन्होंने शादी के तुरंत बाद अपने पिता को फोन किया. उन्होंने कहा, 'जब मेरी शादी हुई तो मेरा परिवार यहां नहीं था. न मेरी मां, न मेरे पिता. राज जी यहां थे लेकिन मैंने उन्हें शादी के बाद शादी करने के बारे में बताया. उन्हें कोई आपत्ति नहीं थी."
शादी की खबर पर कैसा था पृथ्वीराज कपूर का रिएक्शन?
उन्होंने याद किया कि जब उन्होंने अपनी शादी के बाद अपने पिता को फोन किया, तो पृथ्वीराज कपूर ने उन्हें भोपाल बुलाया ताकि वे नवविवाहितों को अपना आशीर्वाद दे सकें. उन्होंने कहा, "जब मैंने अपने पिता को फोन किया, तो मैंने कहा 'पापाजी, बहू ले आया हूं. तो उन्होन कहा 'आ जाओ फिर भोपाल, हम आशीर्वाद दें."
शम्मी ने याद किया कि जब उनकी शादी हुई, तो वे सफल लोगों से घिरे हुए थे - उनके पिता, उनके भाई राज कपूर और उनकी पत्नी. फिर भी, उनकी पत्नी सबसे अधिक सहायक व्यक्ति थी जिसे वह जानते थे. उन्होंने कहा, “मैं तुम्हें एक बात पूरी सच्चाई से बताऊंगा. मेरी पत्नी गीता बाली बहुत परिपक्व व्यक्ति थीं. जब मेरी कोई पहचान नहीं थी, और तब भी जब मेरी एक पहचान थी, तब भी वह एक स्तंभ की तरह मेरे साथ खड़ी रहीं.” शम्मी कपूर से शादी के दस साल बाद 1965 में गीता बाली का निधन हो गया. बाद में उन्होंने नीला देवी से शादी की. 2011 में 79 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया.
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