Sharmila-MAK Pataudi Marriage: शर्मिला टैगोर का नाम एक दौर में बॉलीवुड की हसीन और टॉप एक्ट्रेसेस में शुमार किया जाता रहा है. एक्ट्रेस ने अपनी अदाकारी के दम पर खूब नाम कमाया. आज भी उनके चाहने वालों की कमी नहीं है. अपनी एक्टिंग और खूबसूरती को लेकर हमेशा चर्चा में रहीं शर्मिला टैगोर अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी सुर्खियों में रहीं. शर्मिला ने 1968 में क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी से शादी की थी.
मंसूर अली खान को भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टन थे. उन्हें एमएके पटौदी के नाम से भी जाना जाता है. वे और शर्मीला काफी समय तक एक-दूसरे को डेट करते रहे और फिर शादी के बंधन में बंधे. अलग-अलग धर्म से ताल्लुक रखने वाले इस कपल के लिए उस दौर में शादी करना आसान नहीं था. इसके अलावा शर्मीला ने नवाब पटौदी से शादी करने के लिए एक शर्त भी रख दी थी.
फैमिली में किसी ने नहीं की थी इंटर-रिलीजन मैरिज
शर्मिला टैगोर का ताल्लुक एक हिंदू-बंगाली परिवार से था. वहीं मंसूर अली खान एक मुस्लिम घराने से थे. शर्मिला के घर में उनके चाचा और चचेरे भाइयों ने बंगालियों से शादी की थी और नवाब पटौदी के खानदान में भी सभी ने अपने ही धर्म में शादी की थी. ऐसे में शर्मिला और नवाब ने अपने धर्म से बाहर शादी करने का फैसला अपनी फैमिली को बताया. इस बात का खुलासा खुद शर्मिला ने एक पुराने इंटरव्यू में किया था.
ऐसे मिले थे शर्मिला-मंसूर
एमएके पटौदी और शर्मिला टैगोर की मुलाकात एक क्रिकेट मैच के बाद दिल्ली में एक पार्टी में हुई थी. तब ना तो शर्मिला को क्रिकेट की जानकारी था ना ही नवाब पटौदी उनकी फिल्में देखा करते थे. हालांकि दोनों ने एक-दूसरे के साथ वक्त गुजारा और फिर नवाब पटौदी ने शर्मिला को शादी के लिए प्रपोज किया. लेकिन शर्मिला ने उनके सामने एक शर्त रख डाली.
शादी के लिए शर्मिला ने रखी थी ये शर्त
दरअसल शर्मिला ने एमएके पटौदी से मजाक में कहा कि वह उनसे तभी शादी करेंगी जब वह अगले क्रिकेट मैच में लगातार तीन छक्के मारेंगे. फिर क्या था, मंसूर अली खान ने उनकी शर्त को सिर-आंखों पर रखा और अगले मैच में लगातार तीन छक्के मारे. इसके बाद शर्मिला ने नवाब पटौदी से शादी की.