Bandit Queen बैन भी हुई और एक्ट्रेस को नेशनल अवॉर्ड भी मिला? फिल्म से जुड़ी ये बातें नहीं जानते होंगे आप
Film on Harassment: फिल्म बैंडिट क्वीन फूलन देवी पर हुए शोषण की एक ऐसी दास्तान है, जिसे भुला पाना आज भी मुश्किल है. फिल्म का निर्देशक शेखर कपूर ने किया था.
Movie Based on Harassment: हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के बहुत से फिल्मकारों ने उत्पीड़न को केंद्र बनाकर फिल्मों का निर्माण किया. ऐसी फिल्मों के ज़रिए ही सोसायटी में व्याप्त अलग अलग तरह के उत्पीड़न(Harassment) को सही तरीके से दिखाने की कोशिश की गई. ऐसी बनी तमाम फिल्मों में एक फिल्म का नाम बैंडिट क्वीन भी है. इस फिल्म का निर्देशन शेखर कपूर(Shekhar Kapoor) ने किया था. इसमें सीमा बिस्वास(Seema Biswas), निर्मल पांडे(Nirmal Pandey), गोविन्द नामदेव (Govind Namdev) और मनोज बाजपेयी(Manoj Bajpayee) अहम रोल में नज़र आए थे. फिल्म में फूलन देवी(Phoolan Devi) की कहानी दिखाई गई है.
क्या है फिल्म की कहानी?
फिल्म की कहानी फूलन देवी के जीवन पर आधारित है. सीमा बिस्वास ने फूलन देवी का किरदार निभाया है. इसमें दिखाया गया है कि कैसे बचपन में फूलन का विवाह कर दिया जाता है और वो कदम-कदम पर शोषण का शिकार होती है. विक्रम मल्लाह(निर्मल पांडे) फूलन देवी का साथ देता है, लेकिन उसे मार दिया जाता है और फिर फूलन देवी के साथ हैवानियत की हदें पार की जाती हैं. इसके बाद उन्हें मान सिंह(मनोज बाजपेयी) और बाबा मुस्तकीम(राजेश विवेक उपाध्याय) का साथ मिलता है. वो हथियार उठा लेती हैं और फिर ठाकुर(गोविन्द नामदेव) से बदला लेने की कोशिश करती है.
फिल्म को लेकर विवाद भी हुआ था. रिलीज़ के बाद इसके सीन पर आपत्ती जताई गई थी और फिल्म फिल्म को बैन कर दिया गया था. हालांकि बाद में फिल्म को A सर्टिफिकेट के साथ रिलीज़ किया गया था और इसके 2 मिनट के सीन पर कैंची भी चलाई गई थी. इसके अलावा टेलिविज़न पर दिखाने के लिए U/A सर्टिफिकेट जारी हुआ था और इसमें 17 मिनट के सीन काट दिए गए थे.
फूलन देवी(Phoolan Devi) ने जो अपनी ज़िंदगी में झेला, जैसे शोषण का उन्हें सामना करना पड़ा इन चीज़ों को फिल्म में दिखाया गया है. इसमें दिखाया गया है कि कैसे एक आम लड़की बार-बार के उत्पीड़न से तंग आकर हथियार उठाने का फैसला कर लेती है. फिल्म के दृश्यों और सीमा बिस्वास के शानदार अभिनय ने फिल्म में जान फूंकने का काम किया. इसके साथ फिल्म के गाने और नुसरत फतेह अली खान(Nusrat Fateh Ali Khan) का संगीत काफी पसंद किया गया. शेखर कपूर(Shekhar Kapoor) को फिल्म निर्देशन और सीमा बिस्वास को अभिनय के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था. सीमा बिस्वास को अपने रोल के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड(National Award) दिया गया था.