मुम्बई: देशभर में लॉकडाउन लागू किये जाने से पहले से ही यानि 19 मार्च से बॉलीवुड में फिल्मों,‌ टीवी व वेब शोज की शूटिंग बंद पड़ीं हैं. लॉकडाउन में ढील दिये जाने के बाद से मुम्बई और आसपास के इलाकों में शूटिंग शुरू होने की हलचल तेज हो गयीं हैं. फिल्मों से पहले टीवी सीरियल की शूटिंग की संभावना बन रहीं हैं. निर्माताओं ने गाइडलाइन्स के तहत शूटिंग के आवेदन करना भी शुरू कर दिया है.


मगर सिने एंड टेलीविजन आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (सिंटा) ने फिल्मों, टीवी और वेब शोज यानि किसी भी तरह की शूटिंग शुरू किये जाने से पहले तमाम कलाकारों को कोविड-19 के‌ तहत इंश्योरेंस देने की मांग फिल्म व टीवी निर्माताओं के सामने रख दी है.


सिंटा के सीनियर ज्वाइंट सेक्रेटरी अमित बहल ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए इंश्योरेंस की इस मांग के बारे में बताया कि सिंटा अपने सभी आर्टिस्ट्स के लिए इंश्योरेंस चाहता है और इसे लेकर बातचीत का दौर लम्बे समय‌ से जारी है. उन्होंने बताता कि इसे लेकर इंडियन ब्रॉडकास्टर्स फाउंडेशन (IBF) और इंडियन फिल्म ऐंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स काउंसिल (IFTPC) के बीच बातचीत का दौर अंतिम चरण में पहुंच गया है.


अमित बहल ने बताया कि इंश्योरेंस का खर्च ब्रॉडकास्टर्स यानि कि विभिन्न चैनल्स और विभिन्न निर्माताओं की बॉडी को वहन करना है और इसकी जिम्मेदारी कौन कितनी उठाता है, ये दोनों को मिलकर उठाना है. उन्होंने कहा कि जैसे ही इंश्योरेंस को लेकर सारी प्रकिया पूरी हो जाएगी, निर्माताओं को मिली शूटिंग के मुताबिक शूटिंग शुरू हो जाएगी.


25 लाख रुपए का बीमा कवर


हाल ही में कोलकाता में शूटिंग शुरू होने से पहले वहां के कलाकारों को 25 लाख रुपये का बीमा कवर दिया गया है और किसी को भी कोविड-19 होने की सूरत में राज्य सरकार इलाज का खर्च उठाने का जिम्मा उठाया है. लेकिन अमित बहल का कहना है कि यहां के कलाकारों के लिए यह राशि उससे कहीं बड़ी होगी. अमित कहते हैं, "शूटिंग को लेकर यूं तो ज्यादातर फिल्मों और सीरियल के‌ निर्माता अपने यूनिट के सदस्यों के लिए इंश्योरेंस कराते ही हैं. अब इसमें कोविड-19 का एक और क्लॉज जोड़ा जाना है, जो कि कोरोना वायरस के संक्रमण के लिहाज से बेहद जरूरी है.


5 लाख से ज्यादा मजदूर


फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न ‌इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) के तहत तकरीबन 5 लाख मजदूर व तकनीशियन काम करते हैं तो वहीं FWICE तहत काम करनेवाले अलायड मजदूर यूनियन (AMU) के‌ तहत 45,000 मजदूर काम करते हैं. यूनियन के‌ ट्रेजरर राकेश मौर्य ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि कोविड-19 के तहत जब तक सभी मजदूरों को बीमा नहीं मिलता, तब तक शूटिंग शुरू होना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि FWICE और यूनियन की तरफ से मजदूरों को रोजाना के आधार पर मेहनताना देने की मांग भी निर्माताओं से की गयी है. इसके‌ अलावा FWICE और‌ AMU ने शूटिंग शुरू किये जाने की एक शर्त यह भी रखी है कि मजदूरों और तकनीशियनों के पहले के बकाया पैसे चुकता किये जाएं.


इस दिन से शुरू हो रही है शूटिंग


इस बीच, सीरियल निर्माता और IFTPC के‌ अध्यक्ष जे. डी. मजीठिया ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि सीरियल निर्माताओं ने सरकार द्वारा जारी‌ दिशा-निर्देशों के मुताबिक शूटिंग शुरू करने की तैयारी कर ली है और इनमें से कइयों को सीरियल्स की शूटिंग शुरू करने की अनुमति भी‌ मिल गयी है. जे. डी. मजीठिया के मुताबिक ज्यादातर सीरियल्स की शूटिंग अमूमन 25 से 30 जून के‌ बीच शुरू होने‌ की संभावना है. उन्होंने कहा कि सीरियल्स के निर्माता इस बात का पूरा ख्याल रखेंगे कि कोविड-19 को लेकर बनाईं गयीं किसी भी गाइडलाइन का उल्लंघन न हो.


फिल्मों की शूटिंग जुलाई से


प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट मनीष गोस्वामी से एबीपी न्यूज़ से कहा कि बीमा की रकम के निर्धारण को लेकर फाइनल बातचीत सोमवार या फिर मंगलवार को होगी और शूटिंग के शुरू होने की प्रक्रिया इसपर निर्भर करेगी. उन्होंने कहा कि फिल्मों की शूटिंग में अभी और वक्त लगेगा और मुम्बई में फिल्मों की शूटिंग जुलाई महीने ने पहले हफ्ते तो कतई शुरू नहीं होगी.


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