मुंबई: सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में ड्रग्स कनेक्शन की जांच के दौरान गिरफ्तार रिया चक्रवर्ती के भाई शोविक की जमानत याचिका खारिज करते हुए अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि रिया और सुशांत एक दूसरे के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहते थे और आरोपी शोविक, रिया का भाई है. शोविक चक्रवर्ती रिया के कहने पर सुशांत सिंह के लिए ड्रग्स मंगवाता था, कुछ एक मौके पर शोविक ने ही पैसा भी दिया था.


एनसीबी के पास इससे जुड़े हुए चैट और सबूत मौजूद हैं. फिलहाल अभी इस केस की जांच एक अहम मोड़ पर है और अभी ये नहीं कहा जा सकता कि आरोपी शोविक का रोल महत्वपूर्ण था या नहीं. एनसीबी के मुताबिक पूछताछ के दौरान शोविक ने कई और लोगों का भी नाम लिया है. एनसीबी फिलहाल उन लोगों का भी पता लगा रही है, जिनका शोविक ने पूछताछ के दौरान नाम लिया है. ऐसे में अगर आरोपी को जमानत दी जाती है तो मुमकिन है कि वह जिन लोगों के संपर्क में था वह उनको जांच के बारे में जानकारी दे दे और वह लोग अपने पास मौजूद सबूतों को नष्ट कर दें, जिससे एनसीपी की जांच प्रभावित हो सकती है. लिहाजा जांच के इस मोड़ पर आरोपी शोविक चक्रवर्ती को जमानत नहीं दी जा सकती.


अदालत ने अपने आदेश में एनसीबी द्वारा दी गई दलीलों का जिक्र करते हुए कहा है कि जांच एजेंसी ने अदालत के सामने दलील देते हुए कहा कि शोविक जो ड्रग मंगवाता था, वह रिया चक्रवर्ती की जानकारी में होता था. अक्सर कौन सा ड्रग मंगवाना है और कितना ड्रग मंगवाना है, यह रिया चक्रवर्ती ही तय करती थी और उसका पैसा भी रिया चक्रवर्ती ही दिया करती थी.


इस मामले में एक और आरोपी सैमुएल मिरांडा ने कहा कि वह सुशांत और रिया के कहने पर ही ड्रग लाता था और रही बात पैसे की तो फिर वह सुशांत और रिया ही दिया करते थे. वहीं, दीपेश सावंत ने भी कहा कि अक्सर सुशांत के लिए जो ड्रग आता था, उसके लिए या तो सुशांत या रिया ही पैसे दिया करते थे. शोविक की जमानत याचिका का विरोध करते हुए जांच एजेंसी एनसीबी ने कोर्ट को बताया कि 3 दिनों तक रिया से पूछताछ के दौरान इन आरोपियों और रिया को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ भी की गई थी और इन आरोपियों ने सामने आए तथ्यों की पुष्टि भी की थी.


इस पूछताछ के दौरान रिया चक्रवर्ती ने भी इन बातों को स्वीकार किया है और यह भी माना है कि वो सैमुअल मिरांडा और दीपेश सावंत के जरिए ड्रग मंगवाती थी और उसका पैसा भी देती थी. इसी आधार पर एनसीबी ने कोर्ट में यह साबित करने की कोशिश की कि ये सभी लोग एक ड्रग सिंडिकेट का हिस्सा हैं और यह लोग सुशांत सिंह राजपूत के लिए ड्रग मंगवाते थे.


सुनवाई के दौरान एनसीबी ने कोर्ट को यह भी बताया कि आरोपियों के मोबाइल से व्हाट्सएप चैट, गूगल पे, लैपटॉप और हार्ड डिस्क के रिकॉर्ड को खंगालने के बाद यह पता चला है कि आरोपी ड्रग्स के लिए लगातार पैसा देता रहा है.


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