Shweta Tripathi On Discrimination: एक्ट्रेस श्वेता त्रिपाठी को उनकी बेहतरीन एक्टिंग के लिए जाना जाता है. हर किरदार में उन्होंने अपनी अदाकारी से फैंस का दिल जीता है. अब श्वेता त्रिपाठी ने फिल्म इंडस्ट्री में जेंडर डिस्क्रिमनैशन को लेकर खुलकर बात की है. हालांकि, वह इसका शिकार तो नहीं हुई हैं, लेकिन अपनी टीम के साथ भेदभाव होते हुए उन्होंने अपनी आंखों से देखा है.


भूखे रहते थे मेरी टीम के लोग


पिंकविला के साथ इंटरव्यू के दौरान श्वेता त्रिपाठी से पूछा गया कि क्या कभी वह पर्सनल या फिर प्रोफेशनल लाइप में जेंडर डिस्क्रिमनैशन का सामना किया है? इस सवाल के जवाब में श्वेता ने कहा, 'एक सेट पर ये हुआ था कि मेरा खाना आ जाता था, लेकिन मेरी टीम के जो मेकअप आर्टिस्ट है, उनका खाना नहीं आता था. वो बेचारे भूखे रहते थे. मुझे ये बात में पता चला कि मेल एक्टर की टीम खाना हमेशा आ जाता था. मुझे समझ में नहीं आया कि ये क्या बात है और जो बेसिक्स हैं उसे आप कैसे प्रोवाइड नहीं कर सकते हैं, लेकिन अब मैं ये सब समझती हूं.'






सॉल्यूशन ढूंढने का मतलब झुकना नहीं है


इंटरव्यू के दौरान श्वेता त्रिपाठी ने ये भी कहा कि कहा कि इसका समाधान निकालना बहुत जरूरी है. क्योंकि हर कोई यहां काम करने के लिए आया है, लेकिन सॉल्यूशन ढूंढ़ने का मतलब ये नहीं है कि आपको झुकना है या फिर हार मान लेना है. 


'मिर्जापुर' से श्वेता त्रिपाठी को मिली पॉपुलैरिटी


बताते चलें कि श्वेता त्रिपाठी हाल ही में रिलीज हुई फिल्म कंजूस मक्खीचूस में नजर आई हैं, जिसमें उन्होंने पीयूष मिश्रा, कुणाल खेमू और दिवंगत एक्टर राज श्रीवास्तव के साथ काम किया है. इसके अलावा उन्हें मिर्जापुर वेब सीरीज में गोलू गुप्ता के किरदार के लिए जाना जाता है. श्वेता त्रिपाठी 'मसान' और 'हरामखोर' जैसी फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं.


यह भी पढ़ें-Akanksha Dubey Suicide: सुसाइड से कुछ देर पहले आकांक्षा दूबे ने किया था इंस्टा लाइव, फूट-फूट कर रोती दिखीं- Video