Sona Mohapatra Slams Bollywood: सिंगर सोना महापात्रा (Sona Mohapatra) अपने विचारों के प्रति बेहद ईमानदार हैं और बॉलीवुड में महिलाओं के द्वेष को दूर करने से कभी नहीं हिचकिचाती हैं. हाल ही में, सिंगर ने हिंदी भाषा को लेकर छिड़ी बहस पर अपनी राय रखी. इस बहस में इंडस्ट्री के कई नामी सेलेब्स शामिल हो चुके हैं. सोना ने कहा कि कुछ सितारे ऐसे हैं जो 'मुश्किल से हिंदी बोल पाते हैं' और यह शर्मनाक है.
इंडिया टुडे से बात करते हुए, सोना ने कहा, "मैं एक बात कह सकती हूं, कि मैंने आरआरआर और पुष्पा देखी है और मैं सचमुच कूद और नाच रही थी और 'फूफा' भीड़ को असहज कर रही थी और मेरी एक प्रतिक्रिया थी. इसके प्रयास, निर्देशन, कास्टिंग को सलाम, ये शानदार थी. उन्हें अपनी संस्कृति को अपनाते हुए देखकर बहुत अच्छा लगा. हालांकि बॉलीवुड में हमारे पास कुछ अविश्वसनीय सितारे हैं, मुझे कहना होगा कि ऐसे अभिनेता हैं जो मुश्किल से हिंदी बोल सकते हैं और यह शर्म की बात है क्योंकि एक हिंदी फिल्म स्टार के रूप में, उन्हें भाषा आनी चाहिए. दक्षिण की फिल्मों में भारतीय कल्चर काफी मजबूत दिखता है.”
कन्नड़ और तेलुगु ब्लॉकबस्टर KGF और RRR के इस साल बॉलीवुड से बहुत आगे निकल जाने के बाद, फिल्म उद्योगों में एक बहस शुरू हो गई. किच्चा सुदीप द्वारा हिंदी को राष्ट्रीय भाषा कहे जाने की बहस में प्रवेश करने के बाद ये मामला और भी ज्यादा गहन हो गया. दक्षिण के निर्देशक ऐसी फिल्में बना रहे हैं जिनकी वैश्विक उपस्थिति है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि बॉलीवुड अब तेलुगु और तमिल में डबिंग कर रहा है, लेकिन सफलता दर कम है.
एक वीडियो में, फिल्म केजीएफ: अध्याय 2 की जबरदस्त सफलता का जिक्र करते हुए, किच्चा सुदीप ने कहा, “हिंदी अब एक राष्ट्रभाषा नहीं है. वे (बॉलीवुड) आज अखिल भारतीय फिल्में कर रहे हैं. वे तेलुगु और तमिल में डबिंग करके (सफलता पाने के लिए) संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. आज हम ऐसी फिल्में बना रहे हैं जो हर जगह जा रही हैं."
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