(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Monday Motivation: सोनाक्षी सिन्हा की उस 'लड़ाई' की दास्तां, जिसे जीतना था बेहद मुश्किल!
Monday Motivation: सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल शादी करने वाले हैं. इसलिए वो सुर्खियों का हिस्सा भी हैं. आइए आज जानते हैं सोनाक्षी की जिंदगी के उन अनछुए पहलुओं के बारे में जहां सिर्फ और सिर्फ दर्द था
Monday Motivation: हर तरफ सोनाक्षी सिन्हा की चर्चाएं हैं. गूगल से लेकर ट्विटर तक सोनाक्षी का नाम ट्रेंड हो रहा है. हाल में ही उनकी वेबसीरीज 'हीरामंडी' आई थी. ये एक वजह रही कि संजय लीला भंसाली की इस सीरीज के आने के बाद से सोनाक्षी 'एंटरटेनमेंट' में इंट्रेस्ट रखने वालों के बीच बात करने का अहम टॉपिक बन गईं.
हालांकि, उनकी चर्चाएं थमने का नाम इसलिए नहीं ले रहीं, क्योंकि अब वो अपने लॉन्ग टाइम बॉयफ्रेंड जहीर इकबाल के साथ 23 जून को शादी के बंधन में बंधने वाली हैं. यानी एक के बाद एक खबर सोनाक्षी की ही आ रही हैं. कभी वो उनके डिजिटल वेडिंग इन्विटेशन कार्ड की वजह से खबरों में आती हैं, तो कभी अपने ससुराल वालों के साथ मुलाकात की वजह से.
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नेपोटिज्म पर गहन चर्चाएं करने वाले लोगों का एक पॉइंट ये जरूर हो सकता है कि वो आज चर्चाओं में इसलिए हैं क्योंकि वो शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी हैं. ऐसी चर्चाओं का हिस्सा बन रहे लोगों के तमाम तरह के अपने-अपने लॉजिक भी होंगे जो हो सकता है कुछ देर के लिए उन्हें सही साबित भी कर दें. जैसे सोनाक्षी आज सुर्खियों में इसलिए हैं क्योंकि वो अपने पिता की वजह से बॉलीवुड का हिस्सा बन पाईं.
इस उदाहरण का मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि हम किसी को गलत ठहराकर खुद को सही साबित करना चाह रहे हों. लेकिन इस बात पर बात होनी जरूरी भी है कि सोनाक्षी आज सुर्खियों का हिस्सा बन तो गई हैं, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने वो सब कुछ झेला है जिसे लेकर माना जाता है कि ये परेशानियां सिर्फ आम इंसान ही झेलते हैं.
ठीक 14 साल पहले दर्शकों की आंखों में अचानक से चमक लाने वाली सोनाक्षी जब सलमान खान के साथ 'दबंग' में दिखीं तो बहुत से दर्शक उनके फैंस में तब्दील हो गए. हालांकि, सोनाक्षी की भी अपनी एक कहानी है. ये कहानी है उनकी उस लड़ाई की, जिसे जीतना उनके लिए बेहद जरूरी था. वो कहानी दर्द और उलझनों भरी जरूर है, लेकिन इंस्पिरेशनल और मोटिवेशनल भी है.
बात शुरू करते हैं '95 किलो' की सोनाक्षी से
ये बातें तो शायद आपने कहीं न कहीं पढ़ी ही होंगी कि सोनाक्षी का वजन फिल्मों में आने से पहले 95 किलो था. लेकिन क्या आपने वो किस्से सुने हैं जो सोनाक्षी ने खुद बताए हैं. क्या आपने वो दर्द महसूस किया है जो सोनाक्षी ने बयां किया है कि इस वजन की वजह से उन्हें क्या-क्या झेलना पड़ा?
सोनाक्षी 4 साल पहले पिंकविला को दिए एक इंटरव्यू में अपनी पिछली जिंदगी की मुश्किलों के बारे में खुलकर बोली थीं. नेपोटिज्म से जुड़े सवाल पर उन्होंने बाकी के स्टार्स की तरह घुमा-फिराकर जवाब देने के बजाय सीधा-सीधा जवाब दिया.
उन्होंने कहा, ''मैं मानती हूं कि बॉलीवुड में पैरेंट्स के होने से आपको पहला चांस मिल जाता है, लेकिन उसके बाद आपको खुद से उन सारे मानकों को पूरा करना होता है, जो आपको स्टार बना सकें.''
सोनाक्षी ने मुखरता से जवाब दिया, ''ये किसी के कंट्रोल में तो होता नहीं है कि हम अपने मां-बाप चुनें. लेकिन एक बात और है कि वैसे भी मैं फिल्मों में जाना ही नहीं चाह रही थी इसलिए मुझे मेरे पैरेंट्स की वजह से फिल्म नहीं मिली, बल्कि मुझसे तो सामने से पूछा गया था फिल्म करने के लिए.''
सोनाक्षी का मोटा बोलकर किया जाता था बुली
सोनाक्षी ने बताया कि मुझे मेरे वजन कि वजह से हर जगह बुली किया जाता था. मैं गेम्स खेलती तो लड़के बुली करते. स्कूल-कॉलेज जाती तो स्टूडेंट्स. सोनाक्षी ने बताया कि उन्हें उनके मोटापे की वजह से अलग-अलग नामों से बुलाया जाता था.
सोनाक्षी को स्कूल के प्ले तक में नहीं मिलते थे लीड रोल
सोनाक्षी ने इसी इंटरव्यू में ये भी बताया कि उन्हें चिढ़ाया तो जाता ही था. साथ ही साथ अगर स्कूल में कोई प्ले वगैरह हो रहा है तो उसमें उन्हें कभी लीड रोल नहीं दिया जाता था. ऐसे ही छोटे-मोटे रोल्स आते थे उनके खाते में.
जब मोटा बोलकर रैंप में चलने से रोक दिया गया था सोनाक्षी को
सोनाक्षी ने बताया कि उनके कॉलेज में एक फैशन शो जैसा कुछ इवेंट हो रहा था. उनका बहुत मन था कि वो रैंप में वॉक करें. लेकिन किसी एक लड़की ने आकर बोला कि आप लाइट और म्यूजिक देख लो. जब मैंने पूछा कि क्यों मुझे वॉक करना है, तो उसने मुझे कहा कि रैंप में चलने के लिए तुम बहुत मोटी हो. ये मुझे बहुत बुरा लगा.
सोनाक्षी ने चिढ़ने के बजाय चिढ़ाने वालों से ही ले ली अपनी एनर्जी
सोनाक्षी कहती हैं कि उस दौरान मुझे बुरा लगता था लेकिन जब मैं आज यहां आकर सोचती हूं तो साफ दिखता है कि अगर उन्होंने मुझे चिढ़ाया नहीं होता तो शायद आज मैं यहां नहीं होती. सोनाक्षी ने ये भी बताया कि उन्हें तब ज्यादा बुरा लगा जब मीडिया और फिल्म इंडस्ट्री के लोगों ने उनकी फैटशेमिंग की.
फिल्म इंडस्ट्री में भी झेल चुकी हैं रिजेक्शन
बेशक सोनाक्षी ने अपनी पहली फिल्म से लोगों को अपना टैलेंट दिखाया और उन्हें बेस्ट डेब्यूटेंट का अवॉर्ड तक मिला. लेकिन उसके बावजूद उनकी फैटशेमिंग इंडस्ट्री के अंदर भी होती रही. सोनाक्षी ने बेशक 30 किलो वजन घटाया था, लेकिन उनका मानना था कि वो फिर भी वो उन लड़कियों की तरह नहीं दिखती थीं जैसा कि लोग फिल्मों में देखना चाहते हैं.
सोनाक्षी कहती हैं इस वजह से उन्हें कई फिल्में मिलने के बाद उससे निकाल दिया गया. लेकिन उनका कहना था कि उन्होंने इन सब चीजों को कभी दिल से नहीं लिया. यही वजह है कि वो आज भी 'फरीदन' बनकर लोगों को अपनी एक्टिंग स्किल का दीवाना बना रही हैं.