'वो मर सकता था..', सोनू निगम ने जारी किया बयान, बताया सेल्फी से धक्का-मुक्की तक कैसे पहुंच गई बात
अपने बयान में सोनू निगम ने बताया 'लड़के को हटाने की कोशिश की गई तो उसने मेरे बॉडीगार्ड को धक्का देकर गिरा दिया. लड़के ने मुझे भी धक्का दिया. मैं भी सीढ़ियों पर गिर पड़ा'
Attack On Sonu Nigam : कुछ दिनों पहले फैन्स ने क्रिकेट स्टार पृथ्वी शॉ पर अटैक किया था. अब सोमवार को मुंबई के चेंबूर में सोनू निगम के इवेंट के दौरान शिवसेना के एक स्थानीय विधायक के बेटे की तरफ से हमला किए जाने का आरोप लगा है. आरोप है कि विधायक के बेटे ने इवेंट के दौरान सिंगर से बदसलूकी की. उसने सोनू निगम के सिक्योरिटी गार्ड और मैनेजर से बदसलूकी की. सोनू निगम को मुक्का मारा, और उनके बाल भी खींचे. इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो गया था.
पुलिस ने कहा कि सोमवार की रात सोनू निगम की शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 323, 341 और 337 के तहत मामला दर्ज किया गया था. सिंगर ने चेंबूर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई. सिंगर ने अपने बयान में विधायक के बेटे पर आरोप लगाया है.
सोनू निगम ने लगाया आरोप
सोनू ने कहा, "शो के बाद जब हम सभी अपने साथियों हरिप्रकाश, रब्बानी खान, सायरा मकानी के साथ स्टेज से नीचे आ रहे थे तो अचानक एक लड़का पीछे से आया और मुझे पकड़ लिया. उसके बाद जब हरिप्रकाश ने लड़के को हटाने की कोशिश की तो लड़के ने हरिप्रकाश को धक्का देकर गिरा दिया. लड़के ने मुझे भी धक्का दिया. मैं भी सीढ़ियों पर गिर पड़ा. उसने मेरे बाल खींचे. मेरा मैनेजर मर गया होता."
डीसीपी हेमराजसिंह राजपूत ने संवाददाताओं से कहा, "लाइव कॉन्सर्ट के बाद, सोनू निगम मंच से नीचे आ रहे थे जब एक आदमी ने उन्हें पकड़ लिया. आपत्ति के बाद उन्होंने सोनू निगम और उनके साथ दो अन्य लोगों को कदमों से धक्का दे दिया, उन दो लोगों में से एक को चोटें आईं. आरोपी का नाम स्वप्निल फटरपेकर हैं."
शिवसेना का बयान
शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने एएनआई को बताया कि स्थानीय विधायक के बेटे ने सेल्फी के लिए सोनू निगम की परफॉर्मेंस के बाद उनके पास पहुंचने की कोशिश की, लेकिन सोनू निगम के बॉडी गार्ड ने उन्हें उनकी पहचान न जानते हुए रोक दिया. उन्होंने कहा, "बाद में बॉडीगार्ड और विधायक के बेटे के बीच मामूली हाथापाई हुई, जिसके कारण एक या दो लोग मंच से गिर गए. इस बीच, विधायक की बेटी, जो एक पूर्व-बीएमसी कॉर्पोरेटर हैं, ने हस्तक्षेप किया और उन्हें रोक दिया गया. घायलों को अस्पताल ले जाया गया. इसलिए यह कोई हमला का मामला नहीं है."