Sonu Sood Birthday: आज अपने जन्मदिन पर दुबई (Dubai) में अपनी एक फिल्म की शूटिंग खत्म करके मुम्बई लौटने को लेकर सोनू सूद काफी उत्साहित थे. उनकी फ्लाइट के लैंड होने में जरा देर सी हुई तो सोनू सूद की बेचैनी बढ़ गयी क्योंकि उन्हें अच्छी तरह से अंदाजा था कि हजारों की संख्या में लोग मुम्बई (Mumbai) के अंधेरी में ओशिवरा स्थित उनके घर के बाहर बड़ी बेकरारी से उनसे मिलने का इंतजार कर रहे होंगे.
सोनू सूद जिस ओशिवरा की जिस 'कासाब्लांका' इमारत में रहते हैं, वहां पर आज सिर्फ सोनू के चाहनेवालों की ही नहीं, बल्कि अपनी परेशानियों को और अपनी आर्थिक समस्याओं को लेकर आनेवालों की तादाद भी काफी ज्यादा थी. मदद की आस लगाये लोगों की एक लम्बी कतार भी सोनू की इमारत के बाहर खड़ी थी. फैन्स से तमाम तरह के तोहफों को स्वीकार करते-करते सोनू सूद ने जरूरतमंद लोगों से भी एक-एक मुलाकात की और सभी को उनकी मदद करने का आश्वासन भी दिया.
अपने जन्मदिन के मौके पर सोनू सूद आज तकरीबन डेढ़ घंटे से ज्यादा समय तक लोगों से मिले. उनसे मुलाकात करनेवालों में एक ऐसा बुजुर्ग शख्स भी शामिल था जो भले ही पूरी तरह से नेत्रहीन था मगर वह अपने हाथों में गुलाब का एक फूल लेकर सोनू सूद को जन्मदिन के तोहफे के तौर पर देने के लिए वहां पहुंचा हुआ था. सोनू ने उस नेत्रहीन शख्स से बड़े प्यार से तोहफा स्वीकार किया. 80 साल से अधिक उम्र की एक महिला भी सोनू सूद से मिलने के लिए उनके घर के बाहर घंटों तक इंतजार करती रही. आखिरकार जब सोनू उनसे मिले तो उस बुजुर्ग महिला का चेहरा खिल गया और उन्होंने सोनू के सिर को छूकर अपना आशीर्वाद भी दिया और समाज कार्य को जारी रखने की सलाह भी.
कोरोना काल में प्रवासी मजदूरी व अन्य जरूरतमंदों की मदद कर 'गरीबों का मसीहा' के तौर पर जाने जानेवाले सोनू सूद को बर्थडे गिफ्ट के तौर पर तरह-तरह की चीजें मिलीं. कोई फूलों का गुलदस्ता लेकर लाया था, तो कोई केक. बड़ी तादाद में लोग उनकी ही उकेरी तस्वीरों को अलग-अलग साइज के फ्रेम में उन्हें देने के लिए पहुंचे थे. कुछ में उनकी सोलो तस्वीर थी, तो कुछ लोगों ने सोनू की तस्वीर के साथ-साथ उनकी पत्नी सोनाली और दोनों बच्चों की तस्वीर भी फ्रेम में सजा रखी थी. एक अन्य पारिवारिक फोटो में सोनू और उनके दिवंगत माता-पिता के भी चित्र उकेरे गये थे. एक फ्रेम में तो सोनू के बचपन से लेकर उनकी जिंदगी के विभिन्न पड़ावों को तस्वीरों के माध्यम से पेश किया गया था.
सोनू सूद बड़े प्यार से सभी से तोहफे लेते हुए लोगों के साथ फोटो और सेल्फी खिंचवाते रहे और अपनी मदद के लिए उनके घर के बाहर बेचैन होकर इकट्ठा हुए तमाम लोगों को सहायता का आश्वासन देते रहे. इस बीच, सोनू ने अपने बर्थडे के मौके पर एक नहीं, बल्कि कई केक केट एक साथ काटे और कई केक को तोहफे के रूप में स्वीकार किया.
इस मुलाकात के दौरान 'सोनू भैया, सोनू भैया', 'सोनू सूद, जिंदाबाद-जिंदाबाद', 'अगला नेता कैसा हो, सोनू सूद जैसा हो' जैसे तमाम नारे लगते हैं. इस बीच, सोनू सूद ने अपने चाहनेवालों और जरूरतमंदों के बीच में खड़े होकर एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत भी की और अपने फैन्स के बीच अपना 49वां जन्मदिन मनाने को लेकर अपनी खुशी जाहिर की.
सोनू सूद ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा, "दुबई में शूटिंग खत्म कर आज मैं अपने घर पर जल्द से जल्द लौटना चाहता था क्योंकि मुझे पता था कि लोग यहां पर बेसब्री से मुझसे मिलने का इंतजार कर रहे होंगे. सोनू ने कहा जिस तरह से लोगों ने यहां आकर मुझपर अपना ढेर सारा प्यार लुटाया, वही मेरी सबसे बड़ी कमाई है."
सोनू ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए कहा, "बचपन में मैं अपने परिवार के साथ अपना जन्मदिन मनाता था, लेकिन अब पूरे देश के, हर राज्य के लोग ही मेरा परिवार हैं. इन सबके बीच जन्मदिन मनाना मुझको एक अलग ही एहसास से भर देता है."
सोनू कहते हैं कि आज अगर उनके मां-बाप जिंदा होते और देखते कि उनके बेटे को लोगों का इस कदर प्यार मिल रहा है तो वो ये सब देखकर बहुत खुश होते. सोनू ने कहा, "बचपन में मेरे जन्मदिन के मौके पर मेरे माता-पिता मुझे अनाथालय ले जाया करते थे. शायद बचपन में लोगों को मदद करने की मिली सीख के चलते मैं यहां तक पहुंचा हूं और आम लोगों के लिए कुछ कर पा रहा हूं."
सोनू सूद ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में एक बार फिर से इस बात से इनकार किया कि वो राजनीति में आना चाहते हैं. एक सवाल के जवान में उन्होंने कहा, "मैं बिना राजनीति आए भी लोगों की मदद कर सकता हूं और मैं वही कर रहा हूं."