कोरोना वायरस के विस्तार को रोकने को लेकर देशभर में लगे लॉकडाउन के बाद घरों से दूर फंसे लोगों की मदद के लिए सोनू सूद अक्सर मदद करते नजर आ रहे हैं. सोनू सूद ने पुणे में फंसे पश्चिम बंगाल के तीन निवासियों को उनके घर पहुंचाने का मंगलवार को आश्वासन दिया. तीन लोगों में से एक व्यक्ति ने ट्विटर पर सूद को टैग कर मदद मांगी थी, जिसका उन्होंने जवाब दिया.


सोनू सूद हावड़ा निवासी अनुपम चक्रवर्ती को आश्वासन दिया कि वह उन तीनों को बंगाल भेजने का प्रबंध करेंगे. चक्रवर्ती के ट्वीट पर सूद ने जवाब दिया, 'अपना सामान पैक करो भाई. कोलकाता बुला रहा है.'


हावड़ा के झिकिड़ा निवासी चक्रवर्ती ने ट्वीट किया था कि वह और दो अन्य लोग मार्च से पुणे में फंसे हैं. अपने ट्वीट के साथ उन्होंने एक दस्तावेज भी संलग्न किया था, जिसमें आधार नंबर, आयु और अन्य संबंधित जानकारियां दी गई थीं. सोनू सूद बीते चार महीने से, फंसे हुए लोगों को उनके घर पहुंचाने में मदद कर रहे हैं.






आपको बता दें कि सोनू सूद पिछले कुछ महीनों से प्रवासियों और कोरोना संक्रमितों की मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं. बीते दिनों सोनू सूद ने स्वास्थ्य कर्मियों के लिए अपने जुहू होटल की पेशकश की थी. सोनू सूद ने जरूरतमंदों के बीच भोजन वितरित किया है, 'सोनू सूद ने रमजान के दौरान 25,000 से अधिक प्रवासियों को खाना खिलाया' जैसे शीर्षकों ने हमारा ध्यान आकर्षित किया है.


इस बारे में सोनू सूद ने कहा, "मुझे लगता है कि यह मेरा कर्तव्य है कि मैं प्रवासियों, हमारे देश की धड़कनों की मदद करूं. हमने प्रवासियों को अपने परिवारों और बच्चों के साथ राजमार्गों पर चलते देखा है. हम सिर्फ एसी में बैठकर ट्वीट नहीं कर सकते और अपनी चिंता तब तक नहीं दिखा सकते हैं जब तक हम खुद उनमें से एक नहीं हो जाते. अन्यथा उन्हें यह भरोसा नहीं होगा कि कोई व्यक्ति उनके लिए खड़ा है. इसलिए मैं उनकी यात्रा के लिए समन्वय कर रहा हूं और विभिन्न राज्यों से अनुमति ले रहा हूं."