Sridevi Death Anniversary: ऐसा लगता है मानो कल ही की बात हो जब देर रात बॉलीवुड की पहली महिला सुपरस्टार श्रीदेवी के निधन की खबर सामने आई थी. लेकिन इस दुखद घटना को बीते हुए आज पूरा एक बरस हो चला है. सिल्वर पर्दे की चांदनी एक साल पहले आज ही के दिन इस दुनिया को अलविदा कह गईं थी. आज उनकी पुण्यतिथि के मौके पर हम आपको उस रात की वो दर्दनाक कहानी बताने जा रहे हैं जिसने फिल्म इंडस्ट्री और कपूर फैमिली को कभी न भरने वाले जख्म दिए थे.


24 और 25 फरवरी 2018 की वो दरमियानी रात श्रीदेवी के लिए मौत बनकर आएगी ये तो शायद ही किसी ने सोचा होगा. श्रीदेवी पति बोनी कपूर के साथ दुबई में थीं. दोनों ने दुबई के ही एक नामी होटल में साथ में डिनर करने का प्लान बनाया था. श्रीदेवी दुबई पति बोनी कपूर के साथ डिनर पर जाने के लिए तैयार हो रही थी और इसी दौरान वो न जाने कैसे उस हादसे का शिकार हो गईं.


पति बोनी कमरे में बाहर बैठे श्रीदेवी का इंतजार कर रहे थे और श्रीदेवी बाथरूम में नहाने गईं थी वहीं दुर्घटनावश उनका पैर फिसला और पानी से भरे बाथटब में डूबने से उनकी मौत हो गई. जब तक बोनी कपूर कुछ समझ पाते या कर पाते तब तक श्रीदेवी इस दुनिया से हमेशा के लिए जा चुकीं थीं.


शादी में शरीक होने दुबई गईं थी श्रीदेवी


श्रीदेवी अपने भांजे मोहित मारवाह की शादी में शरीक होने के लिए पूरे परिवार के साथ दुबई गई थी. शादी के बाद पूरा परिवार मुंबई लौट आया था लेकिन श्रीदेवी वहीं रुक गई थी. बताया जा रहा था कि श्रीदेवी शादी के बाद बहुत थक गई थी और वो थोड़ा आराम करने के बाद बेटी जाह्नवी के लिए शॉपिंग करना चाह रही थी.





इसे लेकर खुद बोनी ने उनकी मौत के बाद एक इंटरव्यू में बताया था, 'श्रीदेवी ने अपने फोन में शॉपिंग की सारी लिस्ट रखी हुई थी.शादी में इतना ज्यादा इंजॉय करने के बाद श्रीदेवी बहुत थकीं हुई थी और 22 और 23 फरवरी को उन्होंने अपने रूम में आराम किया और कुछ दोस्तों के वक्त बिताया, थोड़ी चैटिंग की. लेजीनेस का आलम ये था कि उन्होंने बोनी कपूर को भारत लौटने की टिकट्स भी बदलवा दिए थे.''


दुबई से भारत आने में लगा था समय


श्रीदेवी की मौत दुबई के एक होटल में हुई थी. किसी के लिए भी इस बात को हजम कर पाना मुश्किल था कि एक सुपरस्टार की मौत बाथटब में डूबने से हो गई . ऐसे में शक की सुई बोनी कपूर की ओर घूमने लगी, क्योंकि जिस समय श्रीदेवी की मौत हुई केवल बोनी ही वहां मौजूद थे. लेकिन जांच के बाद उन्हें भारत आने की अनुमति दे दी गई थी.





श्रीदेवी एक सुपरस्टार थीं और उनकी मौत भी दुबई में हुईं थी जिसके चलते कानूनी कार्रवाई और पोस्टपार्टम के बाद ही उनके पार्थिव शरीर तो परिजनों को सौंपा गया. पुलिस ने अपनी जांच में ये साफ कर दिया था कि श्रीदेवी की मौत बाथटब में डूबने से हुई थी और उनके सिर पर चोट के निशान भी मिले थे. शुरुआती रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि हार्टअटैक के चलते उनकी मौत हुई है लेकिन बाद में दुबई पुलिस वे इस थ्योरी को नकार दिया था. तमाम जांच के बाद 27 फरवरी को श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को भारत आने देने की अनुमति दी गई. देर रात करीब अर्जुन कपूर और बोनी कपूर दिवंगत एक्ट्रेस श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को लेकर मुंबई पहुंचे थे.


श्रीदेवी की इच्छानुसार निकाली गई उनकी अंतिम यात्रा


कपूर खानदान अपने परिवार का एक सदस्य और सिनेमा अपने आसमान का एक चमकता सितारा खो चुका था. लेकिन पति बोनी कपूर अपनी पत्नी की आखिरी इच्छा पूरा करना चाहते थे और उनकी अंतिम यात्रा की तैयारी उन्होंने ठीक वैसे ही की थी जैसा श्रीदेवी चाहती थी.


एक बार यूं ही बातों बातों में श्रीदेवी ने बोनी से कहा था कि जब कभी मैं मर जाउं तो मेरी अंतिम विदाई में सफेद फूलों का इस्तेमाल किया जाए और बोनी ने किया भी ठीक वैसा. श्रीदेवी को सुर्ख लाल जोड़े में सजाया गया था और उनकी अंतिम विदाई के लिए और प्रेयर मीट के लिए सफेद फूलों का इस्तेमाल किया गया था. बताया जाता है कि श्रीदेवी को सफेद रंग बहुत पसंद था.


श्रीदेवी की अंतिम विदाई राजकीय सम्मान यानी गार्ड ऑफ़ ऑनर के साथ की गई थी. श्रीदेवी को पद्म श्री सम्मान मिलने के चलते उनके अंतिम संस्कार को राजकीय सम्मान के साथ पूरा किया गया. मुंबई पुलिस के जवानों ने श्रीदेवी के पार्थिव शरीर के सामने गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया था.