अलविदा चांदनी: पति बोनी कपूर ने दी मुखाग्नि, श्रद्धांजलि देने सड़कों पर उतरे हज़ारों लोग
हजारों लोगों की भीड़ उन्हें एक नजर देखने के लिए उनके जनाजे के साथ साथ चलती रही. राह चलते लोगों ने रूक कर इस हरदिल अजीज अदाकारा को श्रद्धांजलि दी.
मुंबई: सारी जिंदगी कैमरे के सामने गुजारने वाली ‘स्टार’ अदाकारा श्रीदेवी कल सफेद फूलों से सजे खुले वाहन में अपने अंतिम सफर पर रवाना हुईं और गमजदा परिवार ने नम आंखों से रूपहले पर्दे की इस चांदनी को सितारों के हवाले कर दिया. 54 वर्षीय अभिनेत्री का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लपेटकर लाया गया था. उनका पिछले शनिवार को दुबई में असामयिक निधन हो गया था.
हजारों लोगों की भीड़ उन्हें एक नजर देखने के लिए उनके जनाजे के साथ साथ चलती रही. राह चलते लोगों ने रूक कर इस हरदिल अजीज अदाकारा को श्रद्धांजलि दी.
श्रीदेवी भारतीय सिनेमा की पहली ऐसी महिला सुपरस्टार थीं जिन्होंने दक्षिण भारतीय फिल्मों और बॉलीवुड में समानांतर रुप से धाक जमायी. उन्होंने महज चाल साल की उम्र में रजतपट पर कदम रखा. अपने तकरीबन 50 वर्ष के करियर में तीन सौ फिल्मों में काम कर चुकीं इन अभिनेत्री को उनके हास्य, जिंदादिली और पर्दे पर उनकी नटखट अदाओं और हर किरदार में ढल जाने के हुनर के चलते सदा याद किया जाएगा.
मुम्बई में 2012 के बाद किसी फिल्मी सितारे के निधन पर पहली बार सड़कों पर लोगों का इतना बड़ा हुजूम देखा गया. वर्ष 2012 में राजेश खन्ना के निधन के बाद उनकी अंतिम यात्रा में ऐसा ही जनसैलाब उमड़ा था.
पति बोनी कपूर ने दी मुखाग्नि
विले पार्ले सेवा समाज श्मशान घाट पर श्रीदेवी का अंतिम संस्कार उनके फिल्मकार पति बोनी कपूर ने किया. इस मौके पर उनके परिवार के सदस्य तथा फिल्मोद्योग और बाहर के करीब मित्र मौजूद थे. साथ में उनकी बेटियां जाह्नवी और खुशी दोनों बोनी कपूर के साथ थीं. जब श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी गयी तब प्रशंसक और मीडिया को बाहर ही रखा गया था. अभिनेत्री का पार्थिव शरीर लाल कांजीवरम साड़ी में था और उनके माथे पर बिंदी लगी थी.
श्मसान घाट के बाहर लोगों की भारी भीड़ थी और वहां जाने वाली सड़क जाम हो गयी थी. पुलिस को भीड़ को संभालने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
शाहरूख, अमिताभ जैसे कई बड़े सितारे पहुंचे
शाहरुख खान और बोनी कपूर की भतीजी सोनम कपूर जैसे कई बॉलीवुड हस्तियों को अपनी कार से उतरकर पैदल चलना पड़ा. वहां पहुंचे लोगों में कुछ के हाथों में फूल और उनकी तस्वीर थी. वे अपनी पसंदीदा अभिनेत्री की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे थे. उनमें कुछ का कहना था कि उन्हें अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि दुबई के एक होटल में श्रीदेवी की अकस्मात मृत्यु हो गयी. वह वहां परिवार के एक शादी कार्यक्रम में पहुंची थीं.
सात किमी तक चली शव यात्रा
लोखंडवाला से श्मसान घाट तक सात किलोमीटर की उनकी शव यात्रा में करीब दो घंटे लगे. सफेद फूलों से सजे ट्रक में जब उनका पार्थिव शरीर सेलिब्रेशन्स स्पोर्ट्स क्लब से निकला तब भावविह्वल उनके प्रशंसक दौड़ पड़े. उनमें पुरुष, महिलाएं, बच्चे और बूढे थे जो अभिनेत्री के अंतिम दर्शन के लिए बेताब थे.
अभिनेत्री ने ‘मंडरम पिरई’, ‘मिस्टर इंडिया’और ‘इंग्लिश विंग्लिश’ जैसी विविध फिल्मों से अपने अभिनय से लोगों को मंत्रमुग्ध किया. बोनी कपूर, सौतेले बेटे अर्जुन कपूर और परिवार के अन्य सदस्य पार्थिव शरीर के साथ थे. लोगों की उतावली भीड़ देख अर्जुन कपूर ने उनसे हाथ जोड़कर विनय किया कि अंतिम यात्रा आराम से गुजरने दें.
हेमामालिनी ने ट्वीट किया कि श्रीदेवी को अंतिम श्रद्धांजलि दी. पूरा फिल्मोद्योग दुख में डूबा हुआ है. फिल्मों में उनकी आभा और जादू था.
प्रार्थना सभा में उमड़े बॉलीवुड के सभी छोटे बड़े सितारे
श्रीदेवी का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए ले जाये जाने से पहले सेलिब्रेशन्स स्पोर्ट्स क्लब में एक प्रार्थना सभा हुई. श्रीदेवी का पार्थिव शरीर उनके परिवार के सदस्य सुबह नौ बजे सेलिब्रेशन्स स्पोर्ट्स क्लब में लाए थे. हॉल के एक कोने में उनके पति फिल्मकार बोनी कपूर, परिवार के अन्य सदस्यों में अभिनेता अनिल कपूर, संजय कपूर, हर्षवर्धन कपूर, सोनम कपूर, रिया कपूर आदि मौजूद थे और उनकी आंखें डबडबायी हुई थीं. उनके पीछे श्रीदेवी की बेटियां जाह्नवी और खुशी गमगीन खड़ी थीं.
पार्थिव शरीर देखते ही फूट-फूट कर रो पड़े कई सितारे
चांदनी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा फफककर रो पड़े. फिल्मकार करण जोहर ने उन्हें ढाढस बंधाया. वैसे जोहर खुद ही अपनी रूलाई रोक नहीं पा रहे थे. रानी मुखर्जी शव के पास बैठीं और उन्होंने सोनम कपूर को सात्वंना दी.
इसके अलावा विद्या बालन ने भी जैसे ही श्रीदेवी को देखा अपने आंसुओं को रोक नहीं पाईँ. उन्हें उनके पति सिद्धार्थ मल्होत्रा ने संभाला. इसके अलावा सोनम कपूर ने उन्हें वहां से ले जाकर चुप कराया.
आम लोगों के लिए सुबह 10 बजे के बाद क्लब के दरवाजे खोले गए लेकिन देशभर से आए उनके प्रशंसक अपनी पसंदीदा अभिनेत्री को अंतिम विदाई देने के लिए सुबह छह बजे से ही वहां कतारों में लग गए थे. कर्नाटक व चेन्नई से भी उनके प्रशंसक यहां मुंबई पहुंचे.
कतार में अपनी बारी का इंतजार कर रहे एक प्रशंसक ने कहा, ‘‘हम पहले अनिल कपूर के बंगले पर थे और हम अपनी देवीस्वरुप श्रीदेवी को देखे बगैर मुम्बई से नहीं जायेंगे. ’’
श्रीदेवी (54) की पार्थिव देह को मंगलवार रात दुबई से मुंबई लाया गया था. इससे पहले दुबई प्रशासन ने यह तय किया कि होटल के बाथटब में दुर्घटनावश गिरकर उनकी मौत हुई. वैसे श्रीदेवी की मौत को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था. प्रश्न उठ रहे थे कि स्वस्थ नजर आ रही श्रीदेवी की इस तरह अचानक मौत की वजह क्या हो सकती है.
हेमामालिनी ने कहा, ‘‘यह उनकी मौत के कारणों का विश्लेषण करने और उनके निधन को कमतर दिखाने का वक्त नहीं है. हम उनके प्रति मौत की मर्यादा का ख्याल रखें तथा जिस सम्मान की वह हकदार थीं, वह दिखाएं. उनके प्रति हमारा यही कर्तव्य बनता है...... ’’