जयाप्रदा ने कहा, श्रीदेवी की प्रतिस्पर्धा खुद से ही थी
जयाप्रदा ने याद किया कि उन्होंने श्रीदेवी के साथ 15 तेलुगू और हिंदी फिल्मों में काम किया और जब भी दोनों पर्दे पर एक साथ होती थी तो प्रतिस्पर्धा रहती थी, चाहे संवाद की हो या अभिव्यक्ति की.
हैदराबाद: अभिनेत्री-राजनीतिज्ञ जयाप्रदा ने कहा है कि दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी की प्रतियोगिता खुद से ही थी और वह अपने जीवन के हर कदम पर अपना एक लक्ष्य बनाती थीं. जयाप्रदा ने श्रीदेवी के साथ कई फिल्मों में काम किया था. यहां रविवार रात श्रीदेवी की शोक सभा में उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए जयाप्रदा ने कहा, "जब हम फिल्मों में काम करते थे तो हमारे बीच एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा होती थी, लेकिन हमारे बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होती थी."
जयाप्रदा ने याद किया कि उन्होंने श्रीदेवी के साथ 15 तेलुगू और हिंदी फिल्मों में काम किया और जब भी दोनों पर्दे पर एक साथ होती थी तो प्रतिस्पर्धा रहती थी, चाहे संवाद की हो या अभिव्यक्ति की. पूर्व सांसद समेत तेलुगू फिल्म-इंडस्ट्री के कई दिग्गजों ने श्रीदेवी को श्रद्धांजलि दी. यह शोक सभा फिल्म निर्माता और सांसद टी. सुब्बारामी रेड्डी द्वारा आयोजित की गई.
ये भी पढ़ें: Photos: श्रीदेवी की मौत के बाद पहली बार बोनी कपूर के घर पहुंची कंगना रनौतश्रीदेवी का निधन दुर्घटनावश दुबई के एक होटल के बाथटब में गिर जाने से हुआ. मुंबई में राजकीय सम्मान से उनका अंतिम संस्कार किया गया. जयाप्रदा ने कहा कि उन्हें अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि श्रीदेवी हमारे बीच नहीं है. उन्होंने कहा, "जब मैं सुबह उठी और टीवी देखा तो यह सिर्फ फिल्म-इंडस्ट्री ही नहीं, बल्कि सभी को हैरान कर देने वाली बात थी."
दिग्गज अभिनेत्री के साथ काम के अनुभव को याद करते हुए जयाप्रदा ने कहा कि श्रीदेवी के साथ काम करना उनके लिए सौभाग्य की बात है. उनके मुताबिक ये नुकसान अपूरणीय है. उन्होंने कहा, "श्रीदेवी बच्चों की देखभाल करने वाली अच्छी मां थीं. वह अपनी बेटी जाह्नवी को अपनी तरह अच्छी अभिनेत्री के रूप में देखना चाहती थीं. हालांकि, बेटी की पहली फिल्म देखने से पहले ही वह हमें छोड़ गईं."
ये भी पढ़ें: श्रीदेवी के अंतिम संस्कार के बाद बोनी कपूर और बेटियों का हाल जानने पहुंचे आमिर खान और जूही चावलाअभिनेता कृष्णम राजू ने कहा कि उन्होंने चार से पांच फिल्मों में श्रीदेवी के साथ काम किया. उन्होंने कहा, "वह हमेशा मुझे सर कहती थीं. वह अपने वरिष्ठों का बहुत सम्मान करती थीं. यहां तक कि वह अपने बड़ों के सामने बैठती तक नहीं थीं."
श्रीदेवी की फिल्म लम्हें और चांदनी के सहनिर्माता सुब्बारामी रेड्डी ने उनके साथ बिताए वक्त को याद किया. वह फिल्म इंडस्ट्री में अभिनेत्री के 50 साल पूरे होने पर जश्न मनाने की योजना बना रहे थे. सांसद ने कहा, "श्रीदेवी बेहतरीन कलाकार ही नहीं बल्कि अच्छी इंसान, प्यारी पत्नी और देखभाल करने वाली मां भी थीं."