नई दिल्ली: एबीपी न्यूज़ पर सुशांत सिंह राजपूत के दोस्त संदीप सिंह ने कई बड़ी बातें कही हैं. संदीप ने कहा कि मुझे सच से भागने की जरूरत नहीं है. मैं हर तरह की जांच के लिए तैयार हूं.
संदीप ने कहा,'' मुझे सच से भागने की जरूरत नहीं. मैं सुशांत का दोस्त था दुश्मन नहीं.'' दुबई कनेक्सन पर बोलते हुए उन्होंने कहा,'' ये बात कहां से आई मुझे पता नहीं. सारी अफवाहों के बीच यह भी एक अफवाह है. अगर ऐसा होता तो बताइए मैंने अबतक किसी बड़े स्टार के साथ काम क्यों नहीं किया.''
उन्होंने कहा,'' मैं किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं. मैं दुबई दोस्तों से मिलने जाता हूं. क्यों मेरा अंडरवल्ड से कनेक्शन होगा. मैं ये करने आया हूं क्या.''
संदीप ने आगे कहा,'' मैं क्या किसी से अपने कॉल रिकॉर्ड छुपाऊंगा. एबीपी न्यूज़ के पास सारे मेरे कॉल रिकॉर्ड हैं. 15 जून ही क्यों पिछले 10 सालों का रिकॉर्ड देख लीजिए. आप चेक कर लीजिए''
संदीप ने कहा,'' मैं जब मीतू दीदी के साथ अस्पताल पहुंचा तो उस समय लॉकडाउन था. बहुत सारे पुलिस और मीडियाकर्मी थे. एक पुलिसकर्मी ने मराठी में पूछा कि संदीप सिंह कौन है. मुझसे गलती हो गई कि मैंने उस वक्त थम्स अप कर के दिखाया. कई लोग थम्स अप दिखाते हैं, इसका मतलब ये नहीं कि मैं कह रहा हूं कि काम हो गया.''
उन्होंने आगे कहा,'' एक मेरा रामलीला के इफ्तार पार्टी का फोटो है. जहां मैं बैठा हूं. 2012 की किसी ने वो फोटो निकाली और लिख दिया संदीप सिंह दाउद के साथ. जो फोटो में मेरे साथ था उस इंसान ने ट्विटर पर आकर कहा कि वह वासिक खान है. प्रोडक्शन डाइरेक्टर है. कोई उस खबर को नहीं दिखाएगा. सब मेरी नेगेटिव खबरें ही दिखाएंगे''
संदीप ने आगे कहा, '' मैं रिया को नहीं जानता हूं. मेरे पास न उनका नंबर है. न उन्होंने मुझे देखा है और न मैंने उन्हें कभी. जैसे रिया को लेकर आपको खबर है वैसे ही मुझे भी जानकारी मिली. हमको इस केस में जांच करने का एजेंसियों को समय देना चाहिए.''
क्या सुशांत का केस आत्महत्या का मामला है ? इसपर उन्होंने कहा,' पुलिस ने उस दिन शुरू में हमें उपर नहीं जाने दिया. जब स्ट्रेचर पर सुशांत को रखकर एंबुलेंस में ले गए फिर पुलिस वालों हमारा नंबर लिया और पूछा कि हम कौन हैं. इसके बाद हम किचन में बैठे थे. फिर पुलिस वालों का फोन आया और कहा कि आप सुशांत का आईडी लेकर अस्पताल पहुंचिए. साथ ही परिवार के एक सदस्य को लेकर आइए.''
उन्होंने कहा,'' जब रिया अस्पताल पहुंची मैं वहां नहीं था. मैं घर पर सुशांत के परिवार के साथ था. हमने रिया के अस्पताल जाने की खबर टीवी के जरिए देखी.''