नई दिल्ली: अदाकारा प्रियंका चोपड़ा का कहना है कि महिलाओं के साथ हमेशा दूसरे दर्जे के नागरिकों की तरह व्यवहार किया जाता है. वहीं पुरुषों से विपरीत उन्हें सुंदरता के कुछ मापदंडों का पालन करने के लिए मजबूर किया जाता है. प्रियंका का मानना है कि सामाजिक मानदंडों के आगे झुकने की बजाय महिलाओं को खुद से प्यार करने और अपने आप पर विश्वास बनाए रखने की आवश्यकता है.

‘ एल्युर ’ मैगजीन को दिए एक साक्षात्कार में अदाकारा ने कहा , ‘‘ हमें हमेशा से यह कहा गया है कि केवल एक ही जीत सकता है , केवल सर्वश्रेष्ठ को ही सबसे अच्छा लड़का मिलेगा और केवल सबसे अच्छे को ही सबसे अच्छी नौकरी मिलेगी और इसलिए हम सारा वक्त दूसरों को अपनी राह से हटाने में लगा देते हैं. ’’



उन्होंने कहा , ‘‘ क्या हम केवल एक पल के लिए , खुद से प्यार करें और कहें ‘ इन सब मैगजीन को हमें बताने की जरूरत नहीं कि हम कैसे वजन कम करें या पुरुषों को लुभाने के लिए कैसे भूखे रहें ?’’  प्रियंका ने कहा कि लोग हमेशा महिलाओं की प्रतिभाओं पर शंका करते हैं , इसलिए उन्हें (महिलाओं को) खुद की आलोचना करना बंद कर देना चाहिए.