(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
जब टुन टुन ढाई साल की थीं तो उनके माता-पिता की कर दी गई हत्या, जानें फिर कैसे बनीं पहली महिला कॉमेडियन
Struggle of Tun Tun: हिंदी फिल्म संसार की पहली महिला कॉमेडियन के रूप में टुन टुन को पहचाना मिली. टुन टुन की अपार सफलता उनकी जीतोड़ मेहनत का फल थी.
Struggle Of Actress Tun Tun: हिंदी सिनेमा (Hindi Cinema) की पहली कॉमेडियन (Comedian) के रूप में पहचानी जाने वाली अभिनेत्री टुन टुन ने फिल्म बाबुल (Babul) से अपने करियर की शुरुआत की थी. हालांकी टुन टुन ने अपने करियर को बतौर सिंगर शुरू किया, लेकिन कुछ फिल्मों में आवाज देने के बाद उन्हें काम मिलना बंद हो गया था. इसके बाद वो तंगहाली से जूझने लगीं. इसी दौर में संगीतकार नौशाद (Naushad) की सलाह पर उन्होंने बतौर कॉमेडियन काम करना शुरू किया. देखते ही देखते वो कुछ वक्त के बाद बॉलीवुड की पहली महिला कॉमेडियन बन गईं.
शुरुआती जिंदगी
टुन टुन का असली नाम उमा देवी खत्री था. उन्हें अपने फिल्मी नाम टुन टुन से पहचान मिली. टुन टुन की शुरुआती जिंदगी बहुत दर्द भरी रही है. जब वो मात्र ढाई साल की थीं तो उनके माता-पिता की हत्या हो गई. इसके बाद जब वो चार वर्ष की हुई तो उनके नौ साल के भाई की भी जमीन विवाद में हत्या कर दी गई. इसके बाद वो अपने रिश्तेदारों के साथ रहने लगीं जहां पर उनसे बहुत सा काम करवाया जाता था. काम के बाद ही उन्हें खाना नसीब होता था.
फिल्मी सफर
टुन टुन ने सबसे पहले बतौर सिंगर अपनी पहचान बनाने की कोशिश की थी, लेकिन उसमें वो सफल नहीं हो पाईं. इसके बाद उन्होंने संगीतकार नौशाद की सलाह पर अभिनय में कदम रखा. उनके मोटापे ने उनका खूब साथ दिया. अपने मोटापे के दम पर ही वो हिंदी फिल्म संसार की पहली महिला कॉमेडियन बनने में सफल हुईं. टुन टुन ने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक हिट फिल्मों में काम किया.
पर्सनल लाइफ
टुन टुन (Tun Tun) ने अपने बचपन के दोस्त अख्तर अब्बास काजी (Akhtar Abbas Kaazi) से शादी की. उन्हीं की सलाह पर उन्होंने सिंगर (Singer) बनने के लिये कदम आगे बढ़ाए थे. उनके चार बच्चे हुए. इस बेहतरीन कॉमेडियन ने 23 नवंबर 2003 को 80 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया था. उनके चुलबुले अंदाज के लिये उन्हें आज भी याद किया जाता है.
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