Ram Lakhan Movie: ठीक 35 साल पहले साल 1989 में उस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्म 'राम लखन' (Ram Lakhan) रिलीज हुई थी. फिल्म के गाने, स्टोरीलाइन और स्टारकास्ट सब कुछ इतना जबर्दस्त था कि राजकपूर के बाद बॉलीवुड के दूसरे शोमैन सुभाष घई (Subhash Ghai) की इस फिल्म को कल्ट फिल्मों में शुमार होने में टाइम नहीं लगा. इस फिल्म से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें सुभाष घई ने बताई हैं.
सुभाष घई ने बताया था कि फिल्म कैसे बनी और फिल्म में ज्यादातर चीजें पहले से डिसाइडेड नहीं थीं. बल्कि उन्हें सेट पर ही इंप्रोवाइज किया गया था. सुभाष ने फिल्म की स्क्रिप्ट से जुड़ी जो खास बात बताई उसके बाद कोई भी सोचने पर मजबूर हो जाएगा कि आखिर इतनी बड़ी फिल्म इतने कम समय में बन कैसे गई?
सिर्फ 15 दिनों में लिख दी थी स्क्रिप्ट
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, सुभाष घई ने बताया कि फिल्म की स्क्रिप्ट सिर्फ 15 दिनों में लिखी गई थी. उन्होंने बताया कि उन्हें अपनी फिल्म उस समय तुरंत फिल्म से तुरंत जुड़ सकने वाले एक्टर्स के साथ शुरू करनी थी, न कि किसी बड़े सितारे के साथ. उन्होंने ये भी बताया कि सेट पर ही म्यूजिक और स्क्रिप्ट में इंप्रोवाइज किया गया था. सुभाष घई ने उस समय को याद करते हुए बताया कि उस समय की बड़ी हिट इस फिल्म को बड़ी मेहनत और लगन से बनाया गया था. उन्होंने कहा कि हम अभी भी इस रोलरकोस्टर को देखकर मुस्कुराते हैं.
'माय नेम इज लखन' गाने के स्टेप को कैसे किया था इंप्रोवाइज?
सुभाष घई ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि फिल्म सरोज खान कोरियोग्राफर थीं. फिल्म में माय नेम इज लखन गाने में 'वन टू का फोर-फोर टू का वन' में जो खास स्टेप करते अनिल कपूर दिखते हैं, वो पहले से डिसाइडेड नहीं था. बस मैंने सरोज खान से बात की और उन्होंने गाने के शूट होने के दौरान ही वो फेमस स्टेप करने के लिए कहा.
फिल्म ने किया था जमकर कलेक्शन
अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ के अलावा, माधुरी दीक्षित, डिंपल कपाड़िया, राखी गुलजार, अमरीश पुरी, सतीश कौशिक, गुलशन ग्रोवर और अनुपम खेर जैसे एक्टर्स से सजी इस फिल्म ने बॉलीवुड हंगामा के मुताबिक, 9 करोड़ रुपये का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था. जो 35 साल पहले के हिसाब से एक बड़ी रकम है.
सुभाष घई ने अनिल कपूर को दी हैं कई बड़ी फिल्में
वो सुभाष घई ही थे, जिन्होंने अनिल कपूर को उनकी पहली बड़ी हिट 'मेरी जंग' में कास्ट किया था. इसके बाद उन्होंने अनिल कपूर को कर्मा और 'राम लखन' जैसी बड़ी फिल्मों में मौका दिया. इसके बाद अनिल कपूर की पहचान एक इस्टैब्लिश्ड एक्टर के तौर पर होने लगी.