Sui Dhaaga, Capsule Review: एक झलक में जानें कैसी फिल्म है 'सुई धागा'
'सुई धागा' साल 2014 में सरकार द्वारा शुरू किए गए 'मेक इन इंडिया' अभियान पर आधारित है, जिसका उद्देश्य देश के स्वदेशी कपड़ा उद्योगों को बढ़ावा देना है. क्या इतने महत्वपूर्ण आइडिया को शरत कटारिया अपनी फिल्म में असरदार तरीके से दिखा पाए हैं? आइए जानते हैं-
Sui Dhaga Movie Review: आज सिनेमाघरों में फिल्म 'सुई धागा' रिलीज हो चुकी हैं. यशराज फिल्मस की 'सुई धागा' में अनुष्का शर्मा और वरुण धवन मुख्य भूमिका में हैं. 'सुई धागा' साल 2014 में सरकार द्वारा शुरू किए गए 'मेक इन इंडिया' अभियान पर आधारित है, जिसका उद्देश्य देश के स्वदेशी कपड़ा उद्योगों को बढ़ावा देना है. फिल्म के डायरेक्ट शरत कटारिया हैं जो इससे पहले 'दम लगा के हइशा' फिल्म बना चुके हैं. क्या इतने महत्वपूर्ण आइडिया को शरत कटारिया अपनी फिल्म में असरदार तरीके से दिखा पाए हैं? आइए जानते हैं-
इस फिल्म को 2.5 स्टार देते हुए एबीपी न्यूज़ ने अपने रिव्यू में लिखा है, ''फिल्म की सबसे बड़ी खामी ये है कि इसमें फ्लो नहीं है. ये फिल्म कई हिस्सों में लगती है. एक सीन शुरु होकर खत्म हो जाता है. फिर कुछ और... यही वजह है कि 2 घंटे 15 मिनट की ये फिल्म बहुत बोर करती है. ये कॉमेडी ड्रामा फिल्म ना कहीं हंसाती ना ही रुला पाती है. अगर आप समाज से जुड़े मुद्दों से सरोकार रखते हैं तो ये फिल्म देखिए. नहीं तो अपने रिस्क पर देखिए.'' यहां पढ़ें रिव्यू- आम आदमी के संघर्ष की कहानी है 'सुई धागा', ओवरएक्टिंग से कमजोर हुई फिल्म
इस फिल्म के साथ विशाल भारद्वाज की फिल्म पटाखा रिलीज हुई है. इस फिल्म में सान्या मल्होत्रा और राधिका मदान मुख्य भूमिका में हैं. इस फिल्म के बारे में एबीपी न्यूज़ ने अपने क्विक रिव्यू में लिखा है, ''विशाल भारद्वाज ने सगी बहनों के आपसी रिश्ते के उलझे हुए ताने-बाने और दोनों की आपसी दुश्मनी को सिनेमा के तौर पर जिस तरह से एक्सप्लोर किया है, वो काफी हैरत भरा है और एक मोड़ पर जाकर अविश्वनीय भी लगने लगता है. चरण सिंह पथिक की कहानी 'दो बहनें' के इस सिनेमाई रूपांतरण को जितने मजाकिया, संजीदा और दिचलस्प अंदाज में विशाल भारद्वाज ने पर्दे पर उतारा है, वो अपने आप में बेहद काबिल-ए-तारीफ है.'' पढ़ें पूरा रिव्यू- दो बहनों की नफरत की दिलचस्प दास्तां है विशाल भारद्वाज की 'पटाखा'