साल 1967 में एक फिल्म रिलीज हुई थी जिसका नाम था ‘हमराज़’, यह फिल्म ना सिर्फ हिट थी बल्कि इसके साथ ही इस फिल्म में काम करने वाली एक्ट्रेस विमी के चर्चे भी हर जुबान पर थे. दरअसल, सुपरस्टार सुनील दत्त के साथ नजर आईं विमी की खूबसूरती का हर कोई कायल हो गया था. वहीं, फिल्म ‘हमराज़’ की सफलता के बाद विमी के पास फिल्मों की लाइन लग गई थी. इस फिल्म में विमी पर फिल्माया गया सॉन्ग ‘नीले गगन के तले’ आज भी लोगों का पसंदीदा सॉन्ग है. हालांकि, एक ओर विमी फिल्मों में सफलता पा रहीं थीं. वहीं दूसरी और उनकी फैमिली लाइफ में भारी उथल-पुथल चल रही थी. असल में, विमी की शादी कोलकाता के एक बड़े बिजनेसमैन से हुई थी. कहते हैं कि विमी के घरवाले नहीं चाहते थे कि वे फिल्मों में काम करें लेकिन विमी को अपने ससुराल वालों की यह बात रास नहीं आई, घर में इस बात को लेकर तनाव बढ़ने लगा तो विमी मुंबई चली आईं.




मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसके बाद से ही विमी का बुरा समय शुरू हो गया था. मुंबई आकर विमी जॉली नाम के एक प्रोड्यूसर के संपर्क में आई जिसने एक्ट्रेस को गलत रास्ते पर धकेल दिया था. खबरों की मानें तो जॉली फिल्में दिलवाने के नाम पर विमी के साथ ना सिर्फ गलत काम करता था बल्कि उन्हें कई प्रोड्यूसर्स के पास भी गलत इरादों से भेजने लगा था. 




 
विमी बिल्कुल अकेली पड़ चुकी थीं और इस बात का बुरा असर उनके करियर पर भी पड़ रहा था. कहते हैं इसी तनाव में विमी ने बेतहाशा शराब पीना शुरू कर दिया था. इसका नतीजा यह निकला कि एक्ट्रेस का लिवर खराब हो गया और मात्र 33 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. यहां भी बदकिस्मती ने विमी का साथ नहीं छोड़ा और उनकी लाश को ठेले पर रखकर शमशान घाट तक लाया गया था.


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