Rajesh Khanna Vs Amitabh Bachchan: महानायक अमिताभ बच्चन दशकों से इंडस्ट्री में एक्टिव हैं और आज भी लगातार काम कर रहे हैं. आलम ये है कि अमिताभ बच्चन के लिए अलग से स्क्रिप्ट्स लिखी जाती हैं, रोल्स क्रिएट किए जाते हैं. अमिताभ स्क्रीन पर होते हैं तो फैंस के दिलों की धड़कनें तेज हो जाती हैं. अमिताभ ने इंडस्ट्री में ये मुकाम पाने के लिए कड़ी मेहनत की है.
अमिताभ ने अपने करियर की शुरुआत में ही राजेश खन्ना जैसे सुपरस्टार के साथ काम भी किया था. दोनों जब पर्दे पर आए तो फैंस को इससे बेहतर कोई और जोड़ी न लगी, चाहे वो फिल्म आनंद हो या फिर नमक हराम. हालांकि, कहा जाता है कि अमिताभ बच्चन की बढ़ती सक्सेस को देख राजेश खन्ना इंसिक्योर होने लगे थे.
नमक हराम के बाद राजेश और अमिताभ ने साथ में काम नहीं किया था. खबरें थीं कि इस फिल्म से अमिताभ की सक्सेस बढ़ने लगी थी और राजेश का रोल्स अमिताभ के सामने दब गया था. ये बात राजेश को पसंद नहीं आई थी और उन्होंने फिर आगे अमिताभ के साथ काम न करने का डिसिजन लिया था.
सुपरस्टार संग अमिताभ ने किया काम
जब अमिताभ ने इंडस्ट्री में अपना करियर शुरू किया था तो उस वक्त राजेश खन्ना सुपरस्टार बन चुके थे. अमिताभ और राजेश ने पहली बार फिल्म आनंद (1971) में साथ काम किया था. ये फिल्म हिट रही थी. इस फिल्म में राजेश खन्ना लीड रोल में थे और अमिताभ बच्चन सेकंड लीड में. राजेश खन्ना उस दौर के राजा थे. वो जिस भी फिल्म को हाथ लगाते थे वो हिट हो जाती थी. राजेश खन्ना ने 1969 से 1972 तक लगातार 15 सुपरहिट फिल्में दी थी.
जंजीर से अमिताभ को मिली सक्सेस
लेकिन फिर इसके बाद धीरे-धीरे राजेश खन्ना का स्टारडम कम होने लगा और अमिताभ बच्चन अपनी कड़ी मेहनत से छाने लगे. कहा जाता है राजेश खन्ना अमिताभ को लेकर इंसिक्योर भी हो गए थे. उन्होंने अमिताभ के साथ काम करने को लेकर भी मना किया था. फिल्म क्रिटिक प्रदीप सरदाना के मुताबिक, 1973 में जब अमिताभ की जंजीर आई तो वो सक्सेस की सीढ़ियां चढ़ने लगे. वहीं राजेश खन्ना सक्सेस में उनसे पिछड़ने लगे थे. तो राजेश खन्ना को इस चीज का बहुत दुख था. राजेश कहते थे कि एक जमाना था कि वो इस बड़े मुकाम पर थे और आज मैं यहां पर हूं.
जंजीर के बाद अमिताभ ने अगले 15 साल तक खूब सफल फिल्में दी.
क्यों अमिताभ से पिछड़े राजेश खन्ना?
वहीं अमिताभ और राजेश को लेकर प्रेम चोपड़ा ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'अमिताभ बच्चन हमेशा से इंटेलिजेंट थे और समय के पाबंद थे. वहीं राजेश खन्ना ग्रेट एक्टर थे लेकिन वो हमेशा लेट होते थे. जब वो सेट पर लेट होते थे तो ये हर किसी को पसंद नहीं आता था. सभी के पहुंचने के घंटों बाद वो सेट पर आते थे.'
'राजेश खन्ना ने एक ही स्टाइल को पकड़े रखा और इसी कारण से कुछ फिल्में चली नहीं. इसी कारण से उन्हें करियर में नीचे आना पड़ा. वो इस चीज को फेस नहीं कर सके कि मैं पहले कहां था और अब कहां हूं. वहीं अमिताभ बच्चन ने कैरेक्टर रोल्स लिए और उन्हें क्या शानदार कैरेक्टर रोल्स मिले. अगर राजेश चूज करते तो उन्हें भी शानदार कैरेक्टर रोल्स मिलते.'
अमिताभ के सुपरस्टार बनने को लेकर राजेश ने कहा था ये
लोग कहते हैं कि राजेश खन्ना अगर इंडस्ट्री में टिके रहते तो शायद अमिताभ सुपरस्टार न होते. इस सवाल के जवाब में राजेश ने एक इंरव्यू में कहा था, 'जो जिसकी किस्मत है, जो जिसका काम है ये तो ऊपरवाले की मर्जी होती है. ये आपकी किस्मत है. जब अमिताभ ने आनंद में मेरे साथ काम शुरू किया था और आज वो इस मुकाम पर हैं, मैं उन्हें मुबारकबाद दूंगा. इस मुकाम पर पहुंचना और कामयाबी हासिल करना बहुत गर्व की बात है. उनके लिए भी, हमारे लिए भी और जनता के लिए भी.'
बता दें कि राजेश ने तकरीबन 170 फिल्मों में काम किया.
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