नई दिल्लीः सुशांत केस में फोरेन्सिक टीम के सबूतों और सीबीआई टीम की तरफ से दर्ज किए जा रहे बयानों में अंतर आ रहा है. जिसके बाद फोरेंसिक टीम आज एक बार फिर सुशांत के घर जाएगी. माना जा रहा है कि अब वो बयानों के आधार पर भी सबूतों को परखने की कोशिश करेगा. सोमवार को दो बार सीबीआई और सीएफएसएल के जांचकर्ताओं के बीच मीटिंग हुई. जिसके बाद ये नतीजा निकला है. पूछताछ से मिली जानकारी और फारेन्सिक नतीज़ों में अन्तर आ रहा है.
इसके साथ ही CBI की टीम ने सुशांत के फ्लैट मेट सिद्धार्थ पिठानी और कुक नीरज से 11 घंटे पूछताछ की है. बता दें कि सुशांत केस में सिद्धार्थ पीठानी का बयान सबसे अहम माना जा रहा है. पीठानी से पिछले तीन दिनों से सीबीआई लगातार पूछताछ कर रही है.
वहीं CBI की टीम की जांच में अभी तक की पूछताछ से मिली जानकारी और फॉरेंसिक नतीजों में अन्तर आ रहा है. इसकी जांच के लिए सीबीआई की टीम कूपर अस्पताल पहुंची. जहां पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से करीब एक घंटे पूछताछ हुई. मुंबई का ये वही कूपर अस्पताल है जहां सुशांत सिंह राजपूत का पोस्टमार्टम हुआ था.
फॉरेंसिक डिपार्टमेंट ने सीबीआई को जानकारी दे दी है. सीएफएसएल की रिपोर्ट के मुताबिक जिस कपड़े से सुशांत का शरीर लटका था, वो सुशांत का वजन बर्दाश्त कर सकता था. बिस्तर और पंखे के बीच की दूरी सुशांत के लटकने के लिए काफी है.
सुशांत के कमरे के साउंड टेस्ट की रिपोर्ट भी सीएफएसएल ने सौंप दी कितनी आवाज़ कमरे के अन्दर जा सकती थी और कितनी आवाज़ बाहर आ सकती थी. दीपेश, नीरज और सिद्धार्थ पिठानी के उंगलियों के सैम्पल भी फॉरेंसिक टीम ने ले लिए हैं. इनका सुशांत के घर से मिले फिंगर प्रिंट से मिलान करवाया जाएगा.
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