सुशांत सिंह राजपूत केस में मुंबई पुलिस के जांच के तारीकों को देखते हुए महाराष्ट्र बीजेपी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को जबरन छूट्टी पर भेजने की मांग की है. उनका कहना है कि जब सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस सुलझता नहीं है, तबतक परमबीर सिंह को इस केस दूर रखा जाए. भाजपा विधायक अतुल भातखालकर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को इस मामले में एक पत्र लिखा है.


बीजेपी नेता ने पत्र में लिखा है कि सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच जबतक पूरी नहीं हो जाती है, तब तक मुंबई पुलिस कमिश्नर को छुट्टी पर भेजा दिया. उन्होंने पत्र में यह भी लिखा कि अगर मुख्यमंत्री उनकी बात नहीं मानेंगे, तो वह इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री से बात करेंगे. बीजेपी नेता का कहना है कि उन्होंने ये मांग इसलिए भी की है क्योंकि मुंबई पुलिस ने सुशांत सिंह केस में अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है और उनकी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान का सुसाइड करार देकर केस बंद करने की जल्दबाजी कर रही है.


यहां देखिए बीजेपी नेता का पत्र



56 लोगों के बयान दर्ज


बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने बांद्रा स्थित फ्लैट में मृत पाए गाए थे. उनका शव पंखे से लटका हुआ मिला था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी सुशांत की मौत की वजह फांसी के कारण दम घुटने से बताई गई थी. पुलिस ने भी इसे सुसाइड करार दिया था, लेकिन उनके पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. मुंबई पुलिस ने इस मामले में आदित्य चोपड़ा, महेश भट्ट और संजय लीला भंसाली सहित अबतक 56 लोगों के बयान दर्ज किए हैं.


रिया को बनाया मुख्य आरोपी


मुंबई पुलिस की पड़ताल को उचित नहीं बताते हुए सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना में एफआईआर दर्ज करवाई और रिया चक्रवर्ती के खिलाफ मामला दर्ज करवाया. उस पर सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाने और पैसे हड़पने का आरोप भी लगाया. फिलहाल मामला अब सीबीआई के पास पहुंच गया है. ईडी भी इस मामले की अलग एंगल से जांच कर रही है.


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