सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज्म की बहस छिड़ी हुई है. कंगना रनौत, विवेक ओबेरॉय, सैफ अली खान सहित कई बड़े सेलेब्स नेपोटिज्म के खिलाफ सामने आए. इसके बाद सुशांत सिंह के परिवार के सदस्यों ने फिल्म इंडस्ट्री में व्याप्त नेपोटिज्म के बारे में आवाज मुखर की है. इसके बारे में जागरुकता फैलाने के लिए 'नेपोमीटर' लॉन्च किया है. इसके जरिए एक फिल्म में नेपोटिज्म की मात्रा बताई जाएगी.
सुशांत सिंह के जीजा विशाल कीर्ति ने नेपोमीटर के उद्देश्य को स्पष्ट किया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'हम अभी भी दुखी हैं. हमारा फोकस अभी एक-दूसरे का ध्यान रखने पर है. मैंने अपने भाई के नेपोमीटर का आइडिया इसलिए शेयर किया, जिससे कि लोग अपनी पसंद के बारे में बता सकें. यह सुशांत के लिए छोटी-सी श्रद्धांजलि है. यह किसी फायदे के लिए नहीं बनाया गया है. कृप्या धैर्य रखिए, क्योंकि यह हमारी पहली प्राथमिकता नहीं है.'
सुशांत सिंह राजपूत को श्रद्धांजलि देने और नेपोटिज्म से लड़ने में इंडिपेंडेंट कलाकारों की मदद के लिए विशाल ने 25 जून को 'नेपोमीटर' को लॉन्च करने का ऐलान किया था. लॉन्च होने के बाद नेपोमीटर पर सबसे पहले आलिया भट्ट और संजय दत्त स्टारर फिल्म 'सड़क 2' को टेस्ट किया गया. इस फिल्म में 98 प्रतिशत नेपोटिज्म की मात्रा पाई गई है, क्योंकि फिल्म में बहुत ही कम आउटसाइडर्स को काम दिया गया है.
यहां देखिए सड़क 2 की रेटिंग
वहीं, आलिया भट्ट, संजय दत्त और महेश भट्ट सहित सब नेपोटिज्म के जरिए इसमें काम कर रहे हैं. बता दें कि नेपोमीटर में इन पांच केटेगरी- प्रोड्यूसर, लीड कास्ट, सपोर्टिंग कास्ट, डायरेक्टर और राइटर के आधार पर फिल्म में नेपोटिज्म की मात्रा का पता लगाया जाता है.
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