मेरिट के आधार पर आगे बढ़ना चाहते थे सुशांत सिंह राजपूत, पिता केके सिंह बोले- खास आत्मा था मेरा बेटा
सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने इंटरव्यू में बताया कि सुशांत एक विशेष आत्मा थे. उन्होंने अपने दम पर अपनी पहचान बनाई थी. वह मेरिट के आधार पर आगे बढ़ना चाहता था. वो दुनियादारी से दूर था. दिल का सच्चा था.
एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने एक इंटरव्यू में अपने बेटे को याद किया और कहा कि वह एक विशेष आत्मा था और उसने खुद ही अपनी पहचान बनाई थी. फिल्म 'एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी' और 'छिछोरे' जैसी फिल्मों में शानदार परफॉर्मेंस देने वाले सुशांत सिंह ने 14 जून को आत्महत्या कर ली थी. उनकी मात्र 34 साल थी.
सुशांत सिंह के टीवी और फिल्मों में काम करने वाले फैसले पर जुड़े एक सवाल पर केके सिंह ने कहा, 'वह मुझे बिना बताए मुंबई चला गया था. उसने अपनी बड़ी दीदी नीतू से बात की और अपने सपने पूरे करना चला गया. वह डरता था कि मैं उससे उसकी पढ़ाई पूरी करने के लिए कहूंगा. इसके बाद ही उसे सीरियल में काम मिल गया.' उन्होंने बताया कि सुशांत सिंह सबकुछ मेरिट के आधार पर पाने में विश्वास रखते थे.
सुशांत के पिता ने कहा, 'मेरे बेटे ने खुद अपनी पहचान बनाई थी. वह कहता था कि वह मेरिट के आधार पर ही आगे बढ़ेगा. आखिरी में क्या हुआ, मुझे नहीं पता. मेरी बेटियां कहती थीं कि उसे अपने सपने पूरे करने दो. एक्टिंग उसका पैशन था. सुशांत बहुत सच्चा था लेकिन कभी कठोर नहीं थे. वो दुनियादारी से दूर था, अपने व्यक्तित्व का पक्का था. जब वह डरता था, मैं उसे परमिशन नहीं देता था, वह अपनी बड़ी दीदी से बात करता था.'
केके सिंह ने कहा कि वह खुद भी साधारण जीवन में विश्वास करते थे और मुंबई और फिल्मों से दूर रहते थे. उन्होंने कहा, 'पवित्र रिश्ता में काम मिलने के बाद सुशांत घर आया था. मैं बहुत ही खुश था. वह कई प्रार्थनाओं के बाद पैदा हुआ था. मन्नत से जो मांगा जाता है, वो ऐसा ही होता है. वो विशेष आत्मा था. उसने कुछ ही साल में बहुत कुछ हासिल कर लिया था. इतनी छोटी लाइफ में लोग इतना कुछ हासिल नहीं कर सकते.'
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