बिहार: सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई, जिसमें कोर्ट ने सभी पक्षों से तीन दिनों के भीतर रिया चक्रवर्ती की तरफ से दाखिल ट्रांसफर याचिका पर अपना जवाब दाखिल करने को कहा. अदालत में केंद्र ने भी सीबीआई जांच की सिफारिश मानने की बात कह दी है. इस बीच एबीपी न्यूज़ ने सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह से पूरे मामले को लेकर बातचीत की. वकील विकास सिंह ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में रिया चक्रवर्ती के वकील ने कहा कि पटना में कुछ नहीं हुआ है, इसलिए केस वहां दर्ज नहीं होना चाहिए था. हमने बताया कि क्रिमिनल लॉ में यह कानून नहीं है, बल्कि ये है कि जहां विक्टिम हो, वहां केस दर्ज होता है. विकास सिंह ने एक साल में बैंक अकाउंट से 15 करोड़ रुपये निकलने को लेकर भी सवाल उठाए.
वकील विकास सिंह ने कहा, "दूसरी बात है कि 406 में जो ट्रांसफर मांग रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही कहा हुआ है कि जांच ट्रांसफर नहीं हो सकती. ट्रांसफर होता है ट्रायल के बाद, जब कोर्ट में मामला चल रहा हो, तब ट्रांसफर होता है." विकास का कहना है कि मुंबई पुलिस ने अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है. 174 का इंक्वेस्ट चला रहे हैं. 50 दिन का इंक्वेस्ट चलना नामुमकिन है. 24 घंटे में इंक्वेस्ट खत्म हो जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि जज का कहना था कि इसमें काफी कानूनी पहलू शामिल हैं, तो एक बार डिटेल सुनकर इसको अगले हफ्ते डिसाइड कर देंगे.
वकील ने बताया, "सुशांत से मिलने के 3 या 4 दिन के बाद उसने अपने भाई का जो बर्थडे सेलिब्रेट किया था. सुशांत नहीं गए थे. उनकी बहन प्रियंका गई थीं. उस बर्थडे का बिल भी सुशांत के क्रेडिट कार्ड से रिया ने पे किया था. इसलिए पैसे तो उनके खर्च करती ही थीं. ऑफिस एक्सपेंस में रोज कैश विड्रॉल हो रहा है. परिवार की तरफ से पैसे को लेकर कोई हस्तक्षेप नहीं था. सुशांत कमाते थे, अपना खर्च करते थे, लेकिन जब मुंबई पुलिस ने इसको गलत दिशा देना शुरू कर दिया और जब हम लोगों ने फैसला किया कि हम एफआईआर अलग से करेंगे, तब हमने एफआईआर करने से पहले अकाउंट के बारे में कुछ जानकारी ली, तो पता चला कि 15-17 करोड़ उस अकाउंट में गए थे और 15 करोड़ निकले हैं."
उन्होंने कहा, "15 करोड़ 1 साल में निकलना कोई सुशांत सिंह राजपूत सोना तो खा नहीं सकते थे. एक फिल्म स्टार भी हमारे जैसा ही खाना खाएगा, कोई प्रॉपर्टी नहीं खरीदी, कोई बड़ी गाड़ी नहीं खरीदी, तो इतना रुपया कहां चला गया. बहुत सवालिया निशान उस पर उठते हैं."
वकील विकास सिंह ने कहा, "सीबीआई जांच की मांग हमने इसलिए कि क्योंकि मुंबई पुलिस पटना पुलिस की जांच में बाधाएं लगाने लगी. सीनियर ऑफिसर को क्वॉरंटीन कर दिया गया. इस सब की वजह से हमने फैसला किया कि हम मामला सीबीआई को देंगे. सीबीआई से जांच करवाएंगे और सीबीआई जब केस में आएगी तो मुझे लगता है कि यह जूरिडिक्शन वाली बात रह नहीं जाएगी, तो निष्पक्ष तरीके से पूरी जांच होगी. बहुत से ऐसे सवाल हैं कि मुझे लगता है कि सीबीआई उसे खोलकर निकालेगी."
वकील विकास सिंह ने कहा, "मुंबई पुलिस की हरकत शक के दायरे में आती है. इसी वजह से अब परिवार का और ठोस मानना है कि कहीं ना कहीं इस पूरे मामले को दबाया गया है. बात छुपाने की कोशिश पहले भी हुई है और अब ज्यादा हो रही है. एफआईआर दर्ज होने के बाद भी इस तरह से मुंबई पुलिस इस चीज को दबाने की कोशिश करेगी, तो बहुत दुखद बात है."
वकील विकास सिंह ने कहा, "देखिए जादू टोने में मैं खुद तो विश्वास करता नहीं हूं, लेकिन बहुत लोग बोलते हैं कि इसमें कुछ सच्चाई है और जिस तरह से सुशांत की जो सबसे क्लोजेस्ट बहन थीं प्रियंका. एक झगड़ा करवा कर सुशांत को जैसे उससे अलग किया गया. दोनों के बीच में एक बड़े ही अजीब तरीके का एलीगेशन लगाकर तो, कहीं ना कहीं उस 2 दिन के दौरान में सुशांत के दिमाग में जादू टोना हो गया हो, क्योंकि जो अपनी बहन से बहुत इमोशनली क्लोज है, जो सबसे ज्यादा उसको एक सोलमेट समझता था."
वकील ने आगे बताया, "अपनी हर प्रॉब्लम उसके साथ डिस्कस करता था. कोई भी बात होती थी, तो उसे मुंबई बुलाता था. उस पर एक इल्जाम लगा देना. लगता है कहीं ना कहीं सुशांत के माइंड में किसी तरह से कोई काम किया गया है. और जादू टोना तो दूसरी बहन ने भी कहा है कि बहुत पूजा पाठ होते रहते थे घर में."
वकील कहते हैं कि तांत्रिक वाली जो पूजा होती है, मैं इस बारे में जानता नहीं, तो इस बारे में कमेंट नहीं कर सकता. हां इतना जरूर कह सकता हूं कि सुशांत के मन को बिल्कुल एकदम से बस में कर लिया था इसने. बस में किस तरह किया, उसने दवाई देकर किया या जादू टोने से किया यह तो अब इन्वेस्टिगेशन होगा. आसपास जो लोग रहते थे, उनको इन्वेस्टिगेट किया जाएगा, तभी बातें खुलकर सामने आएंगी.
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