(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
निगेटिव पब्लिसिटी से परेशान थे सुशांत, पिछले कुछ महीनों में 4 डॉक्टरों से कराया था डिप्रेशन का इलाज- जांच में खुलासा
पुलिस इस मामले में अन्य डॉक्टरों का बयान जल्द दर्ज करेगी. पुलिस डॉक्टरों और सुशांत के क़रीबियों से पूछताछ कर सुशांत के डिप्रेशन का पता लगाने में जुटी है.
मुंबई: सुशांत सिंह राजपूत मौत के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस जांच में पता चला है कि सुशांत सिंह राजपूत ने एक नहीं बल्कि चार डॉक्टरों से पिछले कुछ महीनों में अपने डिप्रेशन का इलाज कराया था. इनमें से दो डॉक्टरों से पुलिस पूछताछ कर चुकी है, जबकि अन्य दो को पुलिस जल्द ही बयान दर्ज करने के लिए बुलाने जा रही है. इतना ही नहीं पुलिस को जांच में ये भी पता चला है कि सुशांत ने साल 2013 में अपनी पहली फ़िल्म 'काई पो चे' की रिलीज़ के दौरान भी एक डॉक्टर से तनाव के लिए सलाह मशवरा किया था. उस वक्त सुशांत को उनके करीबी दोस्त महेश शेट्टी उन्हें डॉक्टर के पास ले गए थे.
पुलिस पूछताछ में डॉक्टरों ने बताया कि सुशांत मीडिया, सोशल मीडिया और इंडस्ट्री में मिल रही नेगेटिव पब्लिसिटी, ख़बरों या चर्चाओं से अक्सर परेशान हो जाते थे. पुलिस जांच में पता चला है कि सुशांत की पूर्व मैनेजर दिशा सालयन की ख़ुदकुशी के बाद सुशांत इस बात को सोच कर परेशान हो रहे थे कि अब मीडिया, सोशल मीडिया और इंडस्ट्री दिशा की मौत के साथ उनका नाम जोड़ेगी, जिस तरह #मीटू के समय में उनपर झूठे आरोप लगाए गए थे.
सुशांत उनपर लगे #मीटू के आरोपों से निराश थे. उन आरोपों को सोशल मीडिया में खुद उछाला गया, सच्चाई बाद में बाहर आई, लेकिन तब तक ये आरोप सुशांत की ज़िंदगी में एक गहरी चोट करके गए थे, ऐसा पुलिस को डॉक्टर और उनके दोस्तों से की गई पूछताछ में पता चला है.
पुलिस को डॉक्टरों से की गई पुछताछ में ये भी पता चला है कि सुशांत इस बात से अक्सर चिंतित रहते थे कि उन्हें उनके अच्छे काम और अभिनय का पूरा क्रेडिट कभी नहीं मिला. जैसे सुशांत ने फ़िल्म एम एस धोनी में बेहतरीन अभिनय किया, लोगों ने उनके काम की तारीफ़ भी की, लेकिन ये फ़िल्म पूरी तरह से क्रिकेटर एम एस धोनी के नाम के साथ जोड़ी गई. लोगों ने इस फ़िल्म में सुशांत की बजाए, एमएस धोनी को ज़्यादा देखा और उनके काम से ज़्यादा से धोनी की ज़िंदगी के बार में लोगों ने चर्चा की.
फ़िल्म केदारनाथ में सुशांत ने बेहतरीन काम किया, लेकिन फ़िल्म रिलीज़ के बाद चर्चा हुई सारा अली खान की, क्योंकि वो सारा की पहली फ़िल्म थी और सारा सैफ़ अली खान की बेटी थीं.
फ़िल्म 'छिछोरे' में भी सुशांत के काम से ज़्यादा चर्चा हुई फ़िल्म के निर्देशक नितेश तिवारी की क्योंकि ये फ़िल्म उनके जीवन से प्रेरित थी और नितेश तिवारी के 'दंगल' फ़ेम ने भी फ़िल्म की स्टारकास्ट को मीडिया में ओवरशैडो कर दिया था.
इसी तरह सुशांत की पहली फ़िल्म 'काई पो चे' में तीन हीरो थे, सभी ने अच्छा काम किया और फ़िल्म का क्रेडिट भी तीनों हीरों में बंटा. ये सारी बातें सुशांत पर अक्सर हावी होती थी, ऐसा डॉक्टरों के साथ हुई पूछताछ में पता चला है.
पुलिस इस मामले में अन्य डॉक्टरों का बयान जल्द दर्ज करेगी. पुलिस डॉक्टरों और सुशांत के क़रीबियों से पूछताछ कर सुशांत के डिप्रेशन का पता लगाने में जुटी है.